जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन में दरार दिख रही है। सोमवार को जहां मायावती ने विधानसभा उपचुनाव अपने बूते पर लड़ने का ऐलान किया तो वहीं सपा की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है। सपा विधायक हरिओम यादव का कहना है कि अगर गठबंधन नहीं हुआ होता मायावती को जीरो सीटें मिलती।
संवाददाताओं से बात करते हुए हरिओम यादव ने कहा,’ गठबंधन से केवल मायावती को फायदा हुआ, समाजवादी पार्टी को भारी नुकसान हुआ। अगर गठबंधन नहीं होता, तो मायावती 0 पर होतीं और सपा 25 सीटें जीतती। यादव समुदाय ने उन्हें वोट दिया, लेकिन बहन जी का वोट शेयर बीजेपी को चला गया। यादव वफादार कौम होती है जिसके साथ चले जाती है तो पूरा साथ देती है।’
इससे पहले सोमवार यानि आज ही मायावती ने लोकसभा चुनाव के परिणाम की समीक्षा के लिये उत्तर प्रदेश के पार्टी पदाधिकारियों और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलाई थी जिसमें पार्टी के सभी विधायक, नवनिर्वाचित सांसद, प्रदेश के सभी जोनल कोऑर्डिनेटर के अलावा सभी जिला अध्यक्ष शामिल हुए। खबरों की मानें तो बैठक में मायावती ने आरोप लगाया कि उन्हें केवल बसपा के परंपरागत वोट बैंक का ही वोट मिला और सपा का वोट उन्हें ट्रांसफर नहीं हुआ।
बैठक में मायावती ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन पर निराशा जताते हुए पार्टी के पदाधिकारियों से ‘गठबंधनों’ पर निर्भर रहने के बजाय अपना संगठन मजबूत करने का निर्देश दिया है। मायावती ने आगामी उपचुनाव भी बसपा द्वारा अपने बलबूते लड़ने की बात कह कर भविष्य में गठबंधन नहीं करने का संकेत दिया।
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान सपा, बसपा और आरएलडी के बीच गठबंधन हुआ था। सपा ने 37 और बसपा ने 38 सीटों पर चुनाव लड़ा था वहीं 3 सीटें आरएलडी को दी गईं थी।