जनजीवन ब्यूरो / कोलकाता। लोकसभा चुनावों में टीएमसी के खराब प्रदर्शन के बाद पहली बार ममता बनर्जी ने स्वीकार किया कि उन्होंने कई बड़ी गलतियां की हैं। उन्होंने इन गलतियों को सुधारने का भी आह्वान किया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि कोई विधायक यदि उनकी पार्टी छोड़कर जाता है तो वह 500 और नेता बना सकती हैं। तृणमूल छोड़ने वालों को ‘चोर’ कहकर, उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि अब अपनी पार्टी में किसी को भी इस तरह की अनुमति नहीं देंगी। ममता बनर्जी ने अपनी की गलतियों को भी स्वीकार किया।
कई विधायक और पार्षदों ने छोड़ी पार्टी
तृणमूल के कई विधायक संसदीय चुनावों के बाद भाजपा में शामिल हो चुके हैं और एक के बाद एक नगर निकाय के सदस्य भाजपा में शामिल होते जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने बंगाल में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि चुनाव के नतीजों के बाद 40 विधायक भाजपा में शामिल होंगे। पीएम मोदी ने कहा था कि ये विधायक लगातार उनके संपर्क में हैं। इसके बाद भाजपा के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि टीएमसी विधायक किश्तों में भाजपा ज्वाइन करेंगे। अब वह होता दिख रहा है।
तो ममता बनाएंगी 500 नए नेता
ममता बनर्जी ने एक बैठक में तृणमूल पार्षदों से कहा कि अगर कोई पार्टी छोड़ भी दिया, तो वह 500 नये लोगों को नेता बनाऊंगी। लेकिन वह चोरों को अपनी पार्टी में नहीं शामिल करेंगी। ममता ने कहा कि उन्हें सब पता है। हमने भी कोई कम गलतियां नहीं की हैं। माकपा के शासन के दौरान विकास बोस की हत्या कर दी गई, लेकिन उनके साथ न्याय नहीं हुआ। उनकी पत्नी विधायक थीं, लेकिन हमने उन्हें टिकट नहीं दिया।
ममता ने मानी गलती
ममता ने कहा कि हमने एक रिश्तेदार के कहने पर दूसरे को टिकट दे दिया। क्या यह हमारी गलती नहीं है? निश्चित रूप से गलती है। हम उस व्यक्ति से बहुत प्यार करते थे। हमें इन गलतियों को सुधारना होगा। केवल कार्यकर्ता ही गलतियां नहीं करते हैं। हम भी उसी तरह की गलतियां करते हैं। मुझे अब लगता है कि यह हमारी बड़ी गलती है। ममता की इन टिप्पणियों पर उनकी पार्टी के नेताओं ने तालियां बजाईं।
पिता के पार्टी में रहने से दिया बेटे को टिकट
भाजपा नेता मुकुल रॉय, जो कभी टीएमसी में नंबर दो पर थे। उनके बारे में बातचीत करते हुए ममता ने कहा कि उनके विधायक पुत्र हाल ही में भाजपा में शामिल हो गए। मुख्यमंत्री ने उनके नाम का जिक्र न करते हुए कहा कि चूंकि उनके पिता पार्टी में थे, इसलिए हमने उनके बेटे को टिकट दिया। अब ऐसी स्थितियों से हमें बचना होगा।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी की पहचान एक जुझारू महिला की रही है, जिन्होंने पश्चिम बंगाल में कम्यूनिस्टों के चालीस साल के शासन को खत्म कर दिया और अब वह भाजपा से लड़ रही है। भारतीय जनता पार्टी की स्थिति काफी मजबूत होती जा रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में दो सीटों पर जीत दर्ज करने वाली भाजपा इस बार के चुनाव में 18 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब हो गई। जिससे ममता बनर्जी की चिंता बढ़ गई है। लेकिन अभी भी वो भाजपा के साथ दो-दो हाथ करने के लिए तैयार हैं। लेकिन भाजपा धीरे-धीरे अब टीएमसी के कार्यकर्ताओं को तोड़ रही है।