जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । हरियाणा विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने वाले हैं। चुनावी दंगल को जीतने के लिए कांग्रेस पार्टी ने दलितों, गुर्जरों और जाटों को साधने की कोशिश शुरू कर दी है। बताया जाता है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और दलित नेता कुमारी शैलजा को हरियाणा कांग्रेस का प्रमुख बनाया जा सकता है। सैलजा के सहायक के रुप में चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं जिनमें गुर्जर नेता धर्म सिंह छोंकर भी एक हो सकते हैं। जबकि उधर, पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा को विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रमुखता दी जा सकती है।
हरियाणा में 16 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में गुर्जर समाज का बाहुल्य है जबकि 26 सीटों पर दस हजार से अधिक मतदाता हैं, जो किसी का भी भाग्य जगाने या बैठाने में काफी हैं। इतनी बड़ी संख्या के बावजूद हरियाणा में इस समाज को नजरअंदाज किया जाता रहा है। माना जा रहा है कि गुर्जरों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कांग्रेस धर्म सिंह छोंकर को पार्टी जिम्मेदारी दे सकती है।
हुड्डा को विधायक दल का नेता बनाए जाने की भी चर्चा शुरू हो गई है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी हरियाणा की सभी 10 सीटों पर हार गई थी। ऐसे में विधानसभा चुनाव जीतना कांग्रेस पार्टी के लिए टेढ़ी खीर साबित हो सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, इस मुलाकात में राहुल ने गुटबाजी और आपसी खींचातानी से जूझ रही हरियाणा कांग्रेस को दोटूक कहा कि पार्टी के भीतर आपसी गुटबाजी खत्म होनी चाहिए। राहुल का कहना था कि कांग्रेस में एक गुट दूसरे को हराने में लगा है और यही चीज पार्टी को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रही है। गुलाम नबी आजाद ने परिवर्तन यात्रा निकाली थी, लेकिन फिर भी गुटबाजी कम नहीं हुई।