जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। भारत के आदिवासियों ने दुनिया के 190 देशों में छलांग लगा कर विश्व को अपना बाजार बना लिया है। ट्राइफेड और जनजातीय कार्य मंत्रालय ने आदिवासियों के देशी उत्पादनों की दुनिया में पहुंच बढ़ाने के लिए अमेजन ग्लोबल से करार किया है। ताकि पूरी दुनिया में भारतीय आदिवासियों की कला, कारीगरी और विशिष्टता कायम हो, दुनिया उनसे परिचित हो। गो ट्राइबल अभियान के तहत किये गए इस करार का उद्देश्य 700 से अधिक भारतीय जनजातियों के सामाजिक आर्थिक कल्याण में सहायता प्रदान करना है। गो ट्राइबल अभियान के तहत अमेजन तीन पहलुओं को आगे बढ़ाएगा जिसमें ट्राइब्स आफ इंडिया हैरिटेज कलेक्शन और ट्राइब्स आफ इंडिया नेचुरल कलेक्शन शामिल होगा। इस कलेक्शन में हतकरघा से बुने कपड़े जैसे ईकत, सिल्क, पशमीना। जनजातीय आभूषण जैसे डोकरा, बंजारा और उपहार तथा बर्तन शामिल हैं।
कार्यक्रम में ट्राइफेड की ब्रांड एंबेस्डर राज्यसभा सांसद और विश्व विजेता मुक्केबाज मेरीकाम भी मौजूद थीं। मेरीकाम ने संक्षिप्त संबोधन में आदिवासियों के लिए भारत सरकार द्वारा किये जा रहे कामों की सराहना की। उन्होंने इस मौके पर गीत भी गाया। इसके अलावा ट्राइफेड के चेयरमैन आरसी मीना, प्रबंध निदेशक प्रवीण कृष्णा और जनजातीय मंत्रालय के सचिव दीपक खांडेकर ने आदिवासियों के लिए शुरू किये गये वनधन कार्यक्रम और सौ दिन के भीतर वनधन के तहत जंगल के छोटे उत्पादनों की बिक्री के 300 केंद्र खोलने के लक्ष्य की भी जानकारी दी।