जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के विपरीत इस बार राज्यसभा में बिलों को पास कराने में रुकावटें आनी की संभावना लगभग खत्म हो गई है। इसके संकेत सोमवार को उस समय मिले जब तृणमूल कांग्रेस ने भी राज्यसभा में दो अहम प्रस्तावों का समर्थन करने की घोषणा कर दी। दरअसल, TMC का यह कदम चौंकाने वाला है क्योंकि पिछले दिनों पश्चिम बंगाल की ममता सरकार और केंद्र के बीच टकराव देखा गया था। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी, बीजेडी, आरजेडी ने भी जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन को बढ़ाने के प्रस्ताव का समर्थन किया है।
आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू एवं कश्मीर में राष्ट्रपति शासन की अवधि बढ़ाने का एक प्रस्ताव तथा ‘जम्मू एवं कश्मीर आरक्षण अधिनियम, 2004’ संशोधन विधेयक सोमवार को राज्यसभा में पेश किया। इससे पहले शुक्रवार को दोनों प्रस्ताव लोकसभा में पारित हो चुके हैं।
गौरतलब है कि 235 सदस्यों वाले उच्च सदन में बीजेपी 75 सदस्यों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। कांग्रेस 48 सदस्यों वाली सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है और समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस 13-13 सदस्यों के साथ सबसे बड़ी गैर-कांग्रेस-गैर बीजेपी पार्टी हैं। 24 जुलाई को तमिलनाडु से पांच सीटें खाली होंगी। ये सीपीआई के डी राजा और अन्नाद्रमुक के केआर अर्जुनन, डॉ. आर. लक्ष्मणन, डॉ. वी. मैत्रेयन और टी. रथिनवेल हैं।