जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद से अब तक रूठे कांग्रेस अध्यक्ष को मनाने कांग्रेस शासित पांचो राज्यों के मुख्यमंत्री राहुल गांधी से मुलाकात कर मनाने का कोशिश किया। कांग्रेस शासित मंख्यमंत्रियों के मुलाकात के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अच्छी बातचीत हुई है, हमने अपने कार्यकार्ताओं की बात से उनको अवगत कराया। हमने खुलकर उनसे बातचीत की है। चुनाव में हार जीत होती रहती है, उन्होंने हमारी बात ध्यान से सुनी है। हम उम्मीद करते हैं कि वो हमारी बात पर ध्यान देंगे और समय आने पर उचित फैसला लेंगे। हमने उनसे मिलकर अपनी भावना बता दी है। बैठक में गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी शामिल हुए।
गहलोत ने कहा कि राहुल जी को बताया कि राजनीति में हार-जीत लगी रहती है। इसके बावजूद भाजपा के लोगों ने छद्म राजनीति का सहारा लिया। सेना की आड़ में राजनीतिकर देश की जनता को अपने ओर खींचने में कामयाब रहा। जबकि राहुल गांधी का चुनाव प्रचार रोजगार,जीएसटी,आर्थिक मंदी और भ्रष्टाचार को लेकर था जिस पर प्रधानमंत्री किसी तरह से फोकस नही किया। एक सवाल के जबाव में मुख्यमंत्रियों को इस्तीफें की पेशकश को लेकर गहलोत का कहना था कि चुनाव परिणाम के आने के तुरंत बाद इस्तीफें की पेशकश कर दिया गया था। उसके बाद बीते 25 मई को कांग्रेस कार्यसमिति ने सर्वसम्मत से पारित कर दिया था कि कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकार देती है कि पार्टी के हित जो भी कदम उठाना चाहे उठा सकते है। सनद रहे कि बैठक से पहले मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्विटर पर लिखा, ’हमें इस बात का पूरा विश्वास है कि मौजूदा हालात में वह पार्टी को चला सकते हैं। मौजूदा परिदृश्य में उनकी प्रतिबद्धता हमारे देश और देशवासियों के साथ है।
सूत्रों का कहना है कि बैठक में मान मनोव्वल के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने संपन्न लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार, खासकर हिंदी पट्टी में मिली पराजय को लेकर गहन मंथन किया । विशेषकर उन राज्यों के संदर्भ में जहां वह दिसंबर महीने में विधानसभा चुनाव जीतकर सत्ता में आई थी। इसके साथ-साथ कांग्रेस की होनेवाली कार्यसमति को लेकर चर्चा की गई। उम्मीद किया जा रहा है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के विदेश से लौटते ही सीडब्लूसी की जल्द बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें आनेवाले चुनावी राज्य महाराष्ट्र,झारखंड,दिल्ली और हरियाणा को लेकर चुनावी रणनीति तय होगी। गौरतलब है कि कांग्रेस कार्यसमिति की 25 मई को हुई बैठक में गांधी ने अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था।