जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली: यूपीए चेयरपर्सन और रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी आज संसद में खासी मुखर नजर आईं उन्होंने रायबरेली रेल कोच फैक्ट्री के मुद्दे को प्रमुखता के साथ उठाया और कहा कि वर्तमान सरकार कुछ उधोगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए लोगों की रोजी-रोटी से खिलवाड़ कर रही है। सोनिया ने सार्वजनिक उपक्रमों को लेकर भी सरकार की मंशा पर सवाल उठाये हैं।
सोनिया ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु का जिक्र करते हुए कहा कि ‘पंडित नेहरु ने सार्वजनिक क्षेत्रों को ‘आधुनिक भारत के मंदिर’ कहा था। ये देखकर दुख होता है कि आज ऐसे ज्यादातर मंदिर खतरे में हैं। फायदे के बावजूद, इन संस्थाओं में काम कर रहे कर्मचारियों को समय पर तन्ख्वाह नहीं मिल रही। यही नहीं कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए कर्मचारियों को परेशानी में डाला जा रहा है।’
सोनिया गांधी ने आगे कहा- एचएएल, बीएसएनएल और एमटीएनएल के साथ यही हो रहा है। मैं सरकार से रायबरेली में आधुनिक कोच कारखाने और अन्य सार्वजनिक उपक्रमोंकी रक्षा करने और श्रमिकों और उनके परिवारों को सम्मान देने का आग्रह करती हूं।सोनिया गांधी ने सरकार पर कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप भी लगाया है।
सोनिया ने कहा कि स्थानीय लोगों के रोजगार के लिए भी रायबरेली की रेल कोच महत्वपूर्ण है। मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि सरकार इस फैक्ट्री के निजीकरण का प्रयास कर रही है। सोनिया बोलीं कि रायबरेली की रेल कोच फैक्ट्री देश की सबसे आधुनिक फैक्ट्रियों में से है और पूर्व की सरकारों ने इसे आगे ले जाने के लिए काफी काम किया।
गौरतलब है कि संसद का पहला सत्र शुरू होने से पहले केंद्र सरकार के तीन मंत्रियों ने शुक्रवार को यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इस प्रतिनिधिमंडल में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी व उनके संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कांग्रेस से संसद के सुचारु कामकाज के लिए समर्थन मांगा था।