जनजीवन ब्यूरो
दुबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुबई के क्रिकेट स्टेडियम में करीब 50000 भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र में सालों से आतंकवाद पर प्रस्ताव अटका हुआ है। यूएन आतंकवाद की परिभाषा तय नहीं कर पाया है। आतंकवाद क्या है, आतंकवादी कौन हैं और कौन से देश उसका समर्थन करते हैं। मुझे आपको बताते हुए खुशी हो रही है कि हिज हाइनेस क्राउन प्रिंस ने भारत के रुख का समर्थन किया है।
एक तरफ संप्रदाय के नाम पर आतंकवाद के खेल खेले जाते हैं, निर्दोषों को मौत के घाट उतार दिया जात है। पूरी तरह चिंता का माहौल हो, ऐसे समय अबू धाबी के हिज हाइनेस के क्राउन प्रिंस भारतीय समुदाय के लिए मंदिर बनाने के लिए जगह देने के लिए तैयार हुए। जो लोग अबू धाबी से परिचित हैं उन्हें पता है कि ये सौगात कितनी बड़ी है।
मैं यहां लघु भारत देख रहा हूं, आप वही लोग हैं, जो देश के गौरव को बढ़ाने में लगे हैं। कोई 15, कोई 20 और कोई 30 साल से रोजी-रोटी कमाने में लगे हैं, लेकिन साथ-साथ देश का गौरव बढ़ाने का भी काम कर रहे हैं। आपके व्यवहार के कारण हमेशा भारत गौरव का अनुभव करता रहा।
भारत में अधिक बारिश भी हो जाए तो दुबई में बैठा मेरा हिंदुस्तानी छाता खोल देता है। भारत में कहीं प्राकृतिक आपदा आ जाए तो दुबई में बैठा मेरा देशवासी चैन से सो नहीं सकता।
जब अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधनमंत्री थे, भारत ने न्यूक्लियर टेस्ट किया था, दुनिया चौंक गई थी, कुछ लोग गुस्से में आए थे और रातोंरात भारत पर प्रतिबंध लगा दिए गए थे। भारत को आर्थिक मुसीबतों में धकेल दिया गया था और तब वाजपेयी जी ने विश्व भर में फैले भारतवासियों को आह्वान किया था। देश की मदद करने के लिए और आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि वाजपेयी जी के उस आह्वान पर दुनिया भर में रह रहे भारतीयों ने देश का खजाना भरने में कोई कमी नहीं रखी उस संकट में आपका बहुत बड़ा योगदान है।
पिछली बार जब देश लोकसभा के चुनाव के लिए व्यस्त था, परिणाम आ रहे थे तब हिंदुस्तान ही नहीं पूरा दुबई नाच रहा था। भाइयों-बहनों, आज यहां पर हिंदुस्तान के हर कोने से आए हुए मेरे भाई-बहन मेरे सामने हैं और दुबई एक लघु भारत रह गया हो ऐसा नहीं है, अब तो दुबई लघु विश्व भी बन गया है।
दुनिया के सभी देशों के लोग कम या अधिक मात्रा में दुबई में रह रहे हैं। ठंडे से ठंडे देशों के लोग भी 45 डिग्री तापमान में रहना पसंद करते हैं। अपने विकास से क्या मैग्नेटिक पावर पैदा की होगी इस देश ने, जो दुनियाभर से लोग यहां आना चाहते हैं।
अभी भारत ने अपनी आजादी का पर्व मनाया, मैं भी आप सभी को आजादी के पर्व की शुभकामनएं देता हूं। यहां केरल से आया समुदाय भी बड़ी मात्रा में है। मैं केरल का जिक्र इसलिए कर रहा हूं कि आज केरल का नववर्ष है।
हर हफ्ते 700 फ्लाइट भारत से दुबई आती हैं, लेकिन भारत के प्रधानमंत्री को आने में 34 साल लग गए। कभी-कभी मुझे लगता है कि ऐसे बहुत से अच्छे काम हैं जो पहले के लोग मेरे लिए बाकी छोड़कर चले गए। इसलिए बहुत सारे बाकी रह गए अच्छे काम करने का मुझे भाग्य मिला और उनमें से एक बहुत अच्छा काम मेरा अबु धाबी और दुबई आना है।
इससे पहले कभी यहां नहीं आया और 34 साल बाद पीएम के रूप में कोई आए तो किसी को भी नाराजगी व्यक्त करने का हक बनता है, लेकिन अबू धाबी में क्राउन प्रिंस ने और दुबई में हिज हाइनेस अल मकतुम जी ने नाराजगी नहीं दिखाई, इतने प्यार की वर्षा की, मैं उनके इस प्यार को कभी भूल नहीं पाऊंगा।
हिज हाइनेस क्राउन प्रिंस अपने सभी पांचों भाइयों के साथ एयरपोर्ट पर लेने के लिए आए। रे प्यारे देशवासियों ये प्यार- ये सम्मान किसी व्यक्ति को नहीं है। ये सवा सौ करोड़ देशवासियों का सम्मान है। ये भारत की बदली हुई तस्वीर का सम्मान है।
भारत जिस प्रकार से दुनिया में अपनी जगह बना रहा है। उस बदले हुए हालात का सम्मान है। मैं हिज हाइनेस क्राउन प्रिंस का, अमिरात का, दुबई के शासकों का बहुत आभार व्यक्त करता हूं।
– आप बताइए, सभी देशवासियों को उनका अभिनंदन करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए। मैं आप सब से अनुरोध करता हूं कि तालियों की गड़गड़ाहट से क्राउन प्रिंस का अभिनंदन कीजिए, उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दीजिए।
शाह और शहजादे का प्यार नहीं भूलूंगा। उन प्रिंस ने हिंदुस्तान में 4.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश का वादा किया है। अगर आप पर किसी का भरोसा ना हो तो कोई 10 रुपया भी लगाने को तैयार होगा क्या?
आज मैं यूएई के शीर्ष नेताओं का शु्क्रगुजार हूं, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया है।
यूएई और भारत ने अपने संयुक्त वक्तव्य में आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट संदेश दिया है। ये बहुत महत्वपूर्ण है, समझने वाले समझ जाएंगे। आतंक के खिलाफ एकता का सुर यहां उठा और आपने हमें स्पष्ट संकेत दिया है।
सवा सौ करोड़ भारतीयों ने 30 साल बाद पूर्ण बहुमत की सरकार को चुना। जब कोई व्यक्ति मोदी से हाथ मिलाता है तो वह सवा सौ करोड़ भारतीयों को देखता है और तेजी से आर्थिक विकास करते भारत को भी देखता है।
हमने कुछ समय पहले ‘मेक इन इंडिया’ का शुभारंभ किया। हमने कहा, भारत अवसरों वाला देश है और आपका यहां स्वागत है।
आज चाहे अतंरराष्ट्रीय मुद्राकोष हो, मूडीज हो या कोई और वित्तीय रेटिंग संस्था, सभी ने एक सुर में कहा है कि सबसे तेजी से आर्थिक सुधार और विकास भारत में ही हो रहे हैं। भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 48 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।