जनजीवन ब्यूरो
पटना । राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार के लिए घोषित 1.25 लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक जुमला बताया और कहा कि उन्होंने पहले विशेष दर्जे का वादा किया था और यह उससे भिन्न है. उन्होंने इसकी घोषणा के समय को लेकर भी सवाल किए.
प्रसाद ने कहा, मोदी ने लोकसभा चुनावों के दौरान डेढ साल पहले बिहार को विशेष दर्जा देने का वादा किया था. केंद्र सरकार को विशेष दर्जा और विशेष पैकेज के बीच अंतर समझना चाहिए. यह बिहार के लोगों के लिए एक और राजनीतिक जुमला जैसा है, जिसका कोई असर नहीं होगा. राजद नेता ने कहा कि राज्य में चुनाव होने हैं और चुनाव की तारीखों की घोषणा की प्रतीक्षा की जा रही है. इस मौके पर विशेष पैकेज की घोषणा केंद्र के कदम को लेकर संदेह पैदा करती है.
उन्होंने सवाल किया, ऐसे परिदृश्य में, विशेष पैकेज की घोषणा पूरी तरह से संदेहास्पद है और बिहार के खिलाफ मोदी सरकार के पूर्वाग्रह को दिखाता है. उन्होंने 15 महीने पहले क्यों नहीं यह दिया जब वह प्रधानमंत्री बने थे. यह राज्य के लिए लाभदायक होता. प्रसाद ने दावा किया कि इस पैकेज की घोषणा पूरी तरह से बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा को राजनीतिक लाभ दिलाने के लिए की गयी है. उन्होंने विशेष पैकेज की घोषणा की तुलना काला धन लाने के उनके वादे से की. उन्होंने विशेष पैकेज के विस्तृत विवरण की जानकारी को सार्वजनिक करने की भी मांग की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार चुनाव में किये गये हमले का जवाब राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने दिया है. लालू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए पीएम पर गंभीर आरोप लगाया है. लालू प्रसाद ने चाणक्य नीति की याद दिलाते हुए कहा, चाणक्य ने कहा था, जिस देश का व्यापारी होगा शासक उस देश की जनता हो जाएगी भिखारी.