जनजीवन ब्यूरो / मुंबई । डोंगरी में मंगलवार को एक चार मंजिला इमारत के ढह जाने से सैंकड़ों लोग दब गए हैं। अब तक 3 लोगों के शव बरामद हुए हैं और 8 घायलों को मलबे से बाहर निकाला गया है। घायलों को जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शुरुआती जानकारी के मुताबिक 15 परिवार अभी भी मलबे में दबे हैं और उन्हें निकालने की कोशिश जारी है। यह बिल्डिंग 100 साल पुरानी है। हमारा पूरा फोकस मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने पर है।
मुंबई के डोंगरी में एक 100 साल पुरानी इमारत ढह गई। संकरी गलियों के बीच बनी यह इमारत पहले से ही जर्जर हालत में थी लेकिन इसमें दुकानें भी चल रही थीं और कई परिवार भी रह रहे थे। भयानक दुर्घटना के बाद इलाके हड़कंप मचा हुआ है और सरकारी एजेंसियों से लेकर लोग राहत और बचावकार्य में जुट गए हैं…
रेस्क्यू के दौरान सबसे पहले 6-7 साल के एक बच्चे को मलबे से बाहर निकाला गया। राहतकर्मी फौरन उसे लेकर भागे। मासूम को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
संकरी गली में बनी थी इमारत
डोंगरी इलाके में केसरबाई नाम की यह चार मंजिला इमारत लगभग सौ साल पुरानी थी। मंगलवार की दोपहर को अचानक इमारत गिर पड़ी और इसमें रह रहे तमाम लोग नीचे दब गए। इमारत संकरी गली में होने के चलते बचावकार्य में परेशानी आ रही है। गली में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी नहीं जा पा रही है। ये टीमें पैदल ही घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य में जुट गई हैं।
पहले से था हादसे का अंदेशा
इमारत के नीचे दुकानें बनी थीं और ऊपरी मंजिलों में परिवार रह रहे थे। लोगों ने बताया कि इमारत का आधा हिस्सा जर्जर था, जिसके गिरने की आशंका पहले से ही थी लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
जोरदार धमाका और धूल का गुबार…
इमारत गिरते ही तेज आवाज दूर-दूर तक फैल गई। धूल का गुबार उड़ा। सैकड़ों लोगों के साथ ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
बदहवास लोग
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया है कि मलबे में करीब 15 परिवार दबे गए। मौके पर एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड और ऐंबुलेंस लोगों की जान बचाने में जुट गए। वहीं, तबाही का मंजर देख लोग बदहवास रहे और अपनों की सलामती की दुआ करते रहे।
एक और इमारत पर खतरा
अधिकारियों ने बताया कि जो इमारत गिरी है उससे सटी हुई एक और इमारत भी बेहद जर्जर स्थिति में है। केसरबाई इमारत गिरने से इस बिल्डिंग का सपॉर्ट हट गया है। ऐसे में इसके गिरने की आशंका भी तेज हो गई है। लोगों को इस बिल्डिंग से दूर हटाया जा रहा है।
शेल्टर होम में रखे गए लोग
हादसे से प्रभावित लोगों के लिए बीएमसी ने इमामबाड़ा म्युनिसिपल सेकंडरी गर्ल्स स्कूल में शेल्टर होम बनाया है। लोगों को वहीं सुरक्षित रखा गया है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि डोंगरी इलाके में केसरबाई नाम की यह चार मंजिला इमारत लगभग सौ साल पुरानी थी। मंगलवार को करीब 11.30 बजे अचानक इमारत गिर पड़ी। बताया जा रहा है कि इमारत गिरने से इसमें रह रहे तमाम लोग नीचे दब गए। रेस्क्यू के दौरान एक बच्चे को मलबे से बाहर निकाला गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।(देखें विडियो)
मौके पर एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड और ऐंबुलेंस मौजूद हैं। इमारत संकरी गली में होने के चलते राहत कार्य में परेशानी आ रही है। मौके पर एनडीआरएफ की टीम बुलाई है। गली में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी नहीं जा पा रही है। ये टीमें पैदल ही घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य में जुट गई हैं। डोंगरी हादसे पर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि जो बिल्डिंग गिरी है, उसमें करीब 15 परिवारों के फंसे होने की आशंका है। यह बिल्डिंग लगभग सौ साल पुरानी है। म्हाडा के नियमानुसार लोगों ने रीडिवेलपमेंट के लिए एक डिवेलपर को अपॉइंट किया था। उसने डिवेलपमेंट क्यों नहीं किया? इसकी जांच कराई जाएगी। फिलहाल अभी पीड़ित परिवारों को सुरक्षित रेस्क्यू कराने पर हमारा जोर है। जो मुआवजा सरकार देती है, वह पीड़ित परिवारों को दिया जाएगा।
जर्जर था इमारत का आधा हिस्सा
संकरी गली में बनी इस इमारत के नीचे दुकानें बनी थीं, जबकि इसकी ऊपरी मंजिलों पर परिवार रह रहे थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि लगभग छह परिवार इस इमारत में रह रहे थे। इमारत का आधा हिस्सा जर्जर था, जिसके गिरने की आशंका पहले से ही थी लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे आसपास के लोगों में गुस्सा भी है।