जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । लोकसभा स्पीकर ओम बिरला बुधवार को सदस्यों के व्यवहार से खासे नाराज दिखे। आलम यहांतक पहुंच गया कि रेल मंत्री पीयूष गोयल को एकबार और दो बार संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी को सीधे-सीधे फटकार लगा दी। रेल मंत्री से कहा कि पहले आप तय कर लें कि जवाब खुद आप देंगे या आपके राज्यमंत्री। इसी प्रकार जोशी को अपनी पार्टी के सांसद को समझाने की नसीहत दी।
दरअसल प्रश्नकाल के दौरान रेलवे से जुड़े एक सवाल के जवाब में कभी रेल मंत्री पीयूष गोयल तो कभी रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी जवाब दे रहे थे। इसी दौरान एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने जब सवाल किया तो स्पीकर ने गोयल से कहा कि पहले यह तय कर लें कि जवाब आप देंगे या राज्य मंत्री। इसके बाद राज्य मंत्री अंगड़ी ने सवालों के जवाब दिये।
प्रश्नकाल के तत्काल बाद जब स्पीकर ने कृषि मंत्रालय की अनुदान मांगों पर हुई चर्चा का जवाब देने के लिए मंत्री का नाम पुकारा तो भाजपा सांसद रमेश विधूरी खड़े हो गए। स्पीकर के बार-बार मना करने के बावजूद उन्होंने राजधानी में पेयजल के संकट का मामला उठाया। इससे नाराज स्पीकर ने संसदीय कार्य मंत्री को अपनी पार्टी के सांसद को समझाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यह उचित नहीं है। संसदीय कार्य मंत्री को अपने सांसद को संभालने के साथ ही समझाना भी चाहिए।