जनजीवन ब्यूरो / सोनभद्र । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को सोनभद्र जाने से रोकने के लिए पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। लेकिन प्रियंका गांधी सोनभद्र जाने पर अड़ी हुईं हैं। सोनभद्र में 17 जुलाई को जमीनी विवाद को लेकर लगभग एक दर्जन लोगों की हत्या कर दी गई थी। प्रियंका बीएचयू के ट्रामा सेंटर पहुंचकर हत्याकांड में गंभीर रूप से घायल लोगों से उनका हाल जाना।
वाराणसी से सोनभद्र जाने के लिए जैसे ही उनका काफिला मिर्जापुर पहुंचा जिले के नारायणपुर में कमिश्नर मिर्जापुर के निर्देश पर प्रियंका गांधी को रोक दिया गया। पुलिस कार्रवाई के खिलाफ प्रियंका ने पुलिस चौकी के सामने सड़क पर धरने पर बैठ गई हैं। इस दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। सोनभद्र जिलाधिकारी ने धारा 144 का हवाला दिया।
प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने के दौरान डीएम वाराणसी और एसएसपी वाराणसी मौके पर पहुंच गए। मिर्जापुर जिले के चुनार एसडीएम प्रियंका को अपनी गाड़ी में बैठा कर चुनार ले गए। वहीं अजय राय को सीओ चुनार अपनी गाड़ी में बैठा कर ले गए। प्रियंका गांधी और अजय राय को चुनार किले के गेस्ट हाउस ले जाया गया। वहीं प्रियंका ने कहा कि पुलिस ने किस आधार पर हिरासत में लिया है, ये नहीं बता रही है। पुलिस मुझसे अपहरणकर्ताओं जैसा व्यवहार कर रही है।
प्रियंका गांधी वाड्रा चुनार गेस्ट हाउस में धरने पर बैठ गई हैं। उन्होंने कहा कि मैं सोनभद्र जरूर जाऊंगी और जमीन विवाद को लेकर गोलीबारी में मारे गए 10 लोगों के परिजनों से मुलाकात करुंगी। वहीं चुनार किले गेस्ट हाउस में मिर्जापुर के डीएम और एसपी प्रियंका गांधी से बातचीत कर रहे हैं। वह प्रियंका को वापस वाराणसी भेजना चाहते हैं। पुलिस प्रशासन धारा 144 के उल्लंघन में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, पूर्व विधायक अजय राय, ललितेशपति त्रिपाठी समेत 10 लोगों के खिलाफ शांति भंग करने पर कार्रवाई करेगी।
प्रियंका ने कहा कि वह शांतिपूर्ण तरीके से पीड़ितों से मिलना चाहती हैं और वह पीछे नहीं हटेगीं। धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी को नारायणपुर में पुलिस अपने साथ ले गई। इस दौरान जब प्रियंका गांधी ने कहा, ‘हम अब भी पीड़ितों से मिलना चाहते हैं और शांतिपूर्वक पीड़ितों के परिवारों से मिलने जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही हमें रोक दिया गया। मुझे नहीं पता ये लोग मुझे कहा ले जा रहे हैं।’
सोनभद्र फायरिंग मामले में प्रियंका गांधी वाड्रा पीड़ितों के परिवार से मिलने के लिए जा रही थीं। उन्हें रास्ते में रोकने के बाद कांग्रेस महासचिव नारायणपुर में धरने पर बैठ गईं। प्रियंका गांधी यहां कहा- ‘हम सिर्फ सोनभद्र फायरिंग मामले में पीड़ित परिवारों से मुलाकात करना चाहते हैं। मैंने यह भी कहा कि सिर्फ चार लोग पीड़ितों से मिलेंगे लेकिन इसके बावजूद प्रशासन हमें नहीं जाने दे रहा है। उन्हें बताना चाहिए कि हमें क्यों रोका जा रहा है।’