जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी नेता आजम खान के खिलाफ 23 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। आजम खां को राज्य प्रशासन ने भू माफिया घोषित कर दिया है।
रामपुर के एसपी अजय पाल शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘भूमि अतिक्रमण को लेकर अभी तक सपा सांसद आजम खान के खिलाफ 23 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। किसानों द्वारा पुलिस अधिकारियों के समक्ष दर्ज की गई शिकायतों के अनुसार, आजम खान उन्हें धमकी देते थे और जमीन को अवैध रूप से हड़प लेते थे। मामले की जांच के लिए एक टीम बनाई गई है।’ प्रशासन का कहना है कि नियम कानूनों के हिसाब से आजम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आजम खान का नाम भू माफिया पोर्टल पर दर्ज करा दिया गया है।
वहीं आजम खान ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए कहा, ‘जब से मैंने बीजेपी के खिलाफ चुनाव जीता है, मुझे सजा दी जा रही है। सभी आरोप झूठे हैं। वे चाहें तो जांच कर सकते हैं। मेरे चारों तरफ दुश्मन हैं।’ आजम खान ने कहा, ‘मेरा तो कुछ नहीं है। वो सब यूनिवर्सिटी की जमीन है। मेरा एक गली के अंदर मकान है जहां आपकी गाड़ी नहीं जा सकती है। वो जमीन ट्रस्ट की है और कस्टोडियन हूं। मेरी जांच कर लीजिए। जिधर देखता हूं दुश्मन ही दुश्मन हैं।’
दरअसल आजम खान पर आलिया गंज के 26 किसानों की जमीन कब्जाने का आरोप है। इन किसानों ने जिला अधिकारी को शपथ पत्र के साथ जो शिकायत दर्ज कराई है उनमें आजम खान पर जबरन जमीन हड़पने का आरोप लगा है। यह जमीन जौहर यूनिवर्सिटी को मिली है जिसके आजम खान चांसलर हैं। किसानों ने अपने आरोप पत्र में कहा है कि तत्कालीन सीटी सीओ आले हसन खान ने किसानों को डरा-धमकाकर यह जमीन हथिया ली।
आले हसन खान आजम खान के मुख्य सुरक्षा अधिकारी है और पिछले महीने जून में प्रशासन ने उनके खिलाफ कोसी नदी क्षेत्र की पांच हेक्टेयर सरकारी जमीन कब्जाने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराया था। आपको बता दें कि आजम खान यूपी की तत्कालीन अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री थे।