अमलेंदु भूषण खां / नई दिल्ली । यूपी के भू माफिया आजम खान के लोकसभा में मुंह खोलते ही हंगामा मच गया। आजम खान के रक्षक के रुप में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव तो उतरे लेकिन विपक्ष आजम के माफी मांगने पर अड़े रहे। हालात यहां तक पहुंच गए कि आजम खान को लोकसभा छोड़कर भागना पड़ा।
तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान सपा सांसद आजम खान ने चेयर पर बैठी रमा देवी से कहा, ‘आप मुझे इतनी अच्छी लगती हैं कि मेरा मन करता है कि आपकी आंखों में आंखें डाले रहूं।’ दरअसल, रमा देवी ने आजम से उनकी ओर देखकर बोलने को कहा था। इसपर आजम ने यह बात कह दी।
स्पीकर की कुर्सी पर बैठीं भाजपा सांसद रमा देवी ने कहा, ‘यह बात करने का कोई तरीका नहीं है।’ इस पर आजम ने कहा कि आप बहुत सम्मानित हैं, आप मेरी बहन जैसी हैं। आजम ने कहा कि सदन में बैठी किसी भी महिला से मैंने अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया हो तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं।
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद समेत तमाम नेताओं ने आजम खान से माफी की मांग की। आजम की टिप्पणी से चेयर पर मौजूद रमा देवी भी असहज हो गईं। उसके बाद खुद लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने खुद चेयर संभाल ली।
आजम जब अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए तो उन्होंने कहा कि मुख्तार अब्बास नकवी कहां हैं, इस पर स्पीकर रमा देवी ने कहा कि आप इधर-उधर की बात न करें बल्कि चेयर की ओर देखकर अपना विषय रखें। इस पर आजम खान ने स्पीकर को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी, जिससे हंगामा हो गया और बीजेपी समात कई दलों के सांसद उनसे माफी की मांग करने लगे।
रविशंकर प्रसाद ने आजम से की माफी की मांग
इसके बाद उन्होंने नसीहत देते हुए कहा, ‘सदन की गरिमा बनाए रखना आपका काम है। कुछ भी आपत्तिजनक होगा तो मैं कहूंगा।’ रविशंकर प्रसाद ने आजम खान का विरोध करते हुए कहा कि यह बेहद आपत्तिजनक है, लोकसभा स्पीकर के लिए आज तक किसी ने इस तरह की टिप्पणी नहीं की होगी। वह भी महिला स्पीकर के लिए। उन्हें बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।
फिर खुद ही लोकसभा से निकल गए आजम खान
अपनी टिप्पणी पर बरपे हंगामे के बाद आजम खान सफाई के लिए बोलने उठे तो बीजेपी के सांसदों ने उनसे माफी की मांग की। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘मेरी मंशा गलत नहीं थी। मैं महिला स्पीकर को अपनी बहन मानता हूं। इस दौरान बीजेपी सदस्य कुछ बोलने लगे तो आजम खान ने फिर से बिफरते हुए कहा कि जलालत के बीच कुछ भी बोलना ठीक नहीं। यह कहते हुए वह लोकसभा से ही बाहर निकल गए।’
अखिलेश यादव ने किया आजम का बचाव
रविशंकर प्रसाद: सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी और कानून लाने के बाद मुझे लगा था कि ये रुक जाएगा। जुलाई तक तीन तलाक के 574 मामले सामने आए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 345 तीन तलाक के मामले सामने आए हैं। अगर दुनिया के 20 से अधिक मुल्कों ने तीन तलाक को नियंत्रित किया। सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे गलत बताया है। मामूली बातों पर तलाक दिया जाता है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी महिलाएं मुश्किलें झेल रही हैं। मैं उन्हें क्या जवाब देता। ये महिला की गरिमा और सम्मान का मामला है। तीन तलाक मामलों में महिलाओं को न्याय दिलाकर रहेंगे।