जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। लोकसभा में बुधवार को उन्नाव मामले को लेकर विपक्षी पार्टियों ने हंगामा किया। वह सरकार से जान से मारने की कोशिश के इस कथित मामले में जवाब देने की मांग करने लगे। जिसके बाद कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने उन्नाव कांड को उठाते हुए कहा कि विपक्ष द्वारा बार-बार मामला उठाए जाने के बावजूद अमित शाह ने इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
कांग्रेस, डीएमके, एनसीपी, आरएसपी और आईयूएमएल के सांसदों ने उन्नाव पीड़िता और उसके परिवार को मिल रही कथित जान से मारने की धमकी पर विरोध करते हुए सदन से बाहर चले गए। अधीर रंजन ने कहा कि बेशक सीबीआई जांच की जा रही है लेकिन पीड़िता के परिवार का दावा है कि उन्हें जान का खतरा है। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चौधरी और अन्या कांग्रेस सांसदों के साथ सदन से वॉकआउट किया।
वहीं राज्यसभा में कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘सरकार ने हमसे पूछा था कि आप किस बिल को सिलेक्ट कमेटी के पास भेजना चाहेंगे? उन्होंने हमें 23 बिलों की सूची दी थी। हम उसमें से आधों को कमेटी के पास भेजना चाहते थे। उन्होंने कहा जितना हो सके उतना कम करो। इसलिए विपक्ष ने छह विधेयकों को ए श्रेणी और 2 को बी श्रेणी के रूप में वर्गीकृत किया। कल पेश हुए मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) अधिनियम, 2019) विधेयक और आज पेश हुए गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) संशोधन विधेयक, 2019 को चयन समिति में जाने के लिए सूचीबद्ध किया गया था।’