जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । काल कोठरी में पड़ी कांग्रेस में राजीव गांधी के जन्मदिन यानी 20 अगस्त को जान डालने की उम्मीद की जा रही है। लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे से पार्टी दफ्तर में सन्नाटा पसरा है।
बताया जाता है कि पार्टी को नई ऊर्जा देने की योजना तैयार हो गई है। योजना के तहत पूरे साल राजीव गांधी का देश के विकास में योगदान विषय को लेकर पार्टी सड़कों पर निकलेगी। राज्य मुख्यालयों, जिला व ब्लॉक स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में सभी कांग्रेसियों को राजीव गांधी के नाम पर एकजुट किया जाएगा। इसके बाद 21 अगस्त को दिल्ली में कांग्रेस पार्टी एक राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयोजित करेगी। हालांकि इससे पहले यह तय कर लिया जाएगा कि पार्टी को नया अध्यक्ष मिलेगा या राहुल गांधी ही पार्टी की कमान संभालते रहेंगे।
संसद सत्र के बाद कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक होगी। इसमें बतौर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी हिस्सा लेंगे। बता दें कि लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस पार्टी में इस्तीफों का जो दौर शुरू हुआ था, उससे पार्टी को फायदा मिलने की बजाए नुकसान ही ज्यादा हो गया। कर्नाटक में सरकार चली गई तो वहीं गोवा में कई कांग्रेसी भी भाजपा के पाले में चले गए। पार्टी में अध्यक्ष पद को लेकर कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच असमंजस की स्थिति बनी रही। कभी मीडिया में यह खबर आती कि राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्हें मनाने के लिए प्रियंका गांधी समेत कई दूसरे कांग्रेसी उनके घर जा रहे हैं।
दूसरे ही पल यह खबर आ जाती कि राहुल गांधी ही कांग्रेस अध्यक्ष हैं। उन्हें सभी अधिकार प्राप्त हैं। वे पार्टी के संगठन में कैसा भी बदलाव करने के लिए स्वतंत्र हैं। इतना कुछ होने के बाद जब भाजपा की किसी चाल को काटने की बारी आती तो कांग्रेस में वही रोना शुरू हो जाता कि अध्यक्ष कौन है। प्रियंका गांधी ने कहा, मैं तो महासचिव के पद पर ही काम करना चाहती हूं। कांग्रेस अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का व्यक्ति होगा। इन सभी बातों के मद्देनजर वह आम कांग्रेसी जो अज्ञातवास से निकलने का प्रयास कर रहा था, फिर से चुप बैठ जाता है।
कांग्रेस नेता शशि थरुर और हाल ही में भाजपा ज्वाइन करने वाले संजय सिंह ने सार्वजनिक तौर पर कहा, कांग्रेस में जो कुछ चल रहा है, उससे पार्टी की छवि खराब हो रही इै। कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है। देश में इतना कुछ हो गया, मगर कांग्रेस पार्टी की उपस्थिति न के बराबर रही है। थरूर ने कहा, पार्टी को एक युवा नेतृत्व की जरूरत है। जल्द से जल्द इस बाबत फैसला लिया जाना चाहिए। राज्यसभा में बहुमत न होते हुए भी भाजपा तीन तलाक सहित कई बिलों को पास करा ले गई, लेकिन कांग्रेस पार्टी उसे रोकने में नाकामयाब साबित हुई। वह ऐसी कोई भी रणनीति नहीं बना सकी, जिससे भाजपा को बिल पास कराने में असहजता का सामना करना पड़ा हो।
20 अगस्त से अपनी पुराने अंदाज में लौट आएगी कांग्रेस
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला का कहना है की 20 अगस्त को राजीव गांधी का 75वां जन्मदिन है। इसके अलावा दो अक्तूबर से महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती भी शुरू हो रही है। दोनों ही तरह से यह साल कांग्रेस के लिए बहुत अहम है। कांग्रेस पार्टी ने तय किया है कि हर राज्य में राजीव गांधी की जयंती धूमधाम से मनेगी। कांग्रेस का हर छोटा बड़ा कार्यकर्ता इन कार्यक्रमों में शिरकत करेगा। 20 अगस्त को हर राज्य के मुख्यालय पर पार्टी महासचिव और दूसरे वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। सुरजेवाला ने कहा, चूंकि राजीव गांधी का नाम इतिहास के पन्नों में अंकित है, हर भारतीय उन्हें बहुत सम्मान और प्यास से देखता है, इसलिए राष्ट्रव्यापी कार्यकर्मों की रूपरेखा तैयार की जा रही है।
राजीव गांधी ने ही करोड़ों लोगों को प्रजातंत्र का हिस्सा बनने का अधिकार दिया था। स्थानीय स्वशासन संस्थाओं में उनके योगदान को कोई नहीं भुला सकता। इन संस्थाओं में महिलाओं और पिछड़ों को आरक्षण राजीव गांधी ने ही दिया था। असम व मिजोरम अकॉर्ड के अलावा पंजाब शांति समझौता राजीव गांधी के समय में ही हुआ था। संचार, मोबाइल और कंप्यूटर तकनीक लाने का श्रेय राजीव गांधी को जाता है। इन सबके चलते कांग्रेस पार्टी बूथ स्तर तक राजीव गांधी का जन्मदिन मनाएगी। हर सप्ताह किसी न किसी राज्य में कोई विशेष कार्यक्रम आयोजित होगा।