जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । महिंद्रा ऐंड महिंद्रा कंपनी चालू तिमाही में अपने विभिन्न संयंत्रों में 8-14 दिन के लिए उत्पादन बंद करेगी। उत्पादन और मांग के बीच संतुलन बैठाने के लिए कंपनी यह कदम उठा रही है। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि कंपनी अपने वाहन क्षेत्र और पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी महिंद्रा वीइकल्स मैन्युफैक्चरर्स लि. के विभिन्न संयंत्रों में उत्पादन बंद करेगी। ऑटो कंपनियां मंदी से उबरने के लिए तमाम कोशिशों में जुटी हुई है। ऑटो कंपनियों के संगठन सियाम ने सरकार से मांग की है कि वाहनों पर जीएसटी की दरों में तुरंत कमी की जाए। फिलहाल वाहनों पर जीएसटी की दरें 28 फीसदी हैं।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में विभिन्न संयंत्रों में 8 से 14 दिन के लिए उत्पादन बंद किया जाएगा। कंपनी ने उत्पादन स्थगित करने की घोषणा ऐसे समय की है, जब उद्योग बिक्री में गिरावट के सबसे लंबे दौर से गुजर रहा है।
अप्रैल-जुलाई के दौरान महिंद्रा ऐंड महिंद्रा की घरेलू वाहन बिक्री आठ प्रतिशत घटकर 1,61,604 इकाई रह गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 1,75,329 इकाई थी।
इस अवधि में निर्यात सहित कंपनी की कुल बिक्री भी आठ प्रतिशत घटकर 1,71,831 इकाई रह गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 1,87,299 इकाई थी।
इससे पहले, टाटा स्टील के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक टी. वी. नरेंद्रन ने गुरुवार को कहा कि घरेलू वाहन उद्योग में मंदी का असर इस्पात क्षेत्र पर भी पड़ा है। उन्होंने कहा कि देश में इस्पात की मांग बहूत हद तक निर्माण और वाहन क्षेत्र के बढ़ने पर निर्भर करती है।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स यानी सियाम का कहना है कि जीएसटी की दरों में तुरंत कटौती की जाए। सियाम का कहना है कि टैक्स को 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी किया जाए। यह मांग करने वालों में वाहम निर्माताओं के अलावा बाइक के मूल उपकरण बनाने वाले (ओईएम) भी शामिल हैं।
सियाम के अध्यक्ष राजन वढेरा का कहना है कि हाल ही में वित्त मंत्री के साथ हुई बैठक में इस माग को दोहराया गया। इस बैठक में पैसेंजर व्हीकल्स, कॉमर्शियल व्हीकल्स और टू-व्हीलर्स के मूल उपकरण बनाने वाले (ओईएम) भी शामिल थे।
सियाम का कहना है कि इस हफ्ते की शुरुआत में वित्त मंत्री के साथ बैठक में हीरो मोटरकॉर्प के चेयरमैन पवन मुंजाल ने भी तुरंत ही जीएसटी की दरों में कमी करने पर जोर दिया था। वाहन उद्योग से जुड़े संगठन सियाम की तरफ से यह बयान ऐसे समय में जारी किया गया है जब जीएसटी दर में कटौती के वक्त को लेकर सेक्टर की शीर्ष कंपनियों के बीच मतभेद की खबरें आ रही थीं। मौजूदा वक्त में वाहनों पर 28 फीसदी जीएसटी के अलावा एक फीसदी से लेकर 22 फीसदी तक का सेस लगता है।
इससे पहले 07 अगस्त को वित्त मंत्री के साथ ऑटो सेक्टर के प्रतिनिधियों की बैठक में ऑटो सेक्टर में कम होती बिक्री को लेकर विस्तार से बातचीत हुई. ऑटो सेक्टर की मांग थी जीएसटी को 28 फीसदी से घटाया जाए, साथ ही हाइब्रिड व्हीकल्स पर भी जीएसटी दरों को कम किया जाना चाहिए।
बैठक में महिंद्रा एंड महिंद्रा के मैनेजिंग डायरेक्टर पवन गोयनका ने कहा कि मांग न होने से नौकरियां जाने का खतरा बढ़ा है और अब तक 260 डीलरशिप बंद हो चुकी हैं। वहीं आने वाले दिनों में और भी डीलरशिप बंद होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि 400-500 पार्ट्स सप्लायर्स का काम बिल्कुल खत्म हो चुका है।