जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । परमाणु युद्ध का उन्माद फैला रहे पाकिस्तान ने ‘गजनवी’ (हत्फ-3) मिसाइल का परीक्षण किया है। यह मिसाइल ऐटमी हथियार ले जाने में है। गजनवी मिसाइल चीन की M-11 मिसाइल का पाकिस्तानी संस्करण है, जो 290 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है। विशेषज्ञों के मुताबिक मुस्लिम आक्रांता महमूद गजनवी के नाम पर रखी गई इस मिसाइल के परीक्षण के जरिए पाकिस्तान ने एक तीर से कई शिकार करने की कोशिश की है। इसे पहले से ही तंगहाल स्थिति में गुजर रही पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था से देशवासियों के ध्यान हटाने की कोशिश माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि इस्लामाबाद मिसाइल परीक्षण और युद्ध उन्माद भड़ाकाकर आतंक के मुद्दे से दुनिया का ध्यान भटकाना चाहता है।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने गुरुवार को बलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण का विडियो पोस्ट करके इसकी पुष्टि की है। मेजर गफूर ने ट्वीट किया, ‘पाकिस्तान ने रात में प्रशिक्षण के लिए जमीन से जमीन पर मार करने में सक्षम बलिस्टिक मिसाइल गजनवी का सफल परीक्षण किया है। यह मिसाइल कई वारहेड के साथ 290 किलोमीटर तक तीव्र गति से मार करने में सक्षम है।’ पाकिस्तान ने कराची के पास सोनमियानी उड़ान परीक्षण केंद्र से मिसाइल टेस्ट किया।
गजनवी मिसाइल खासियत
छोटी दूरी तक मार करने वाली गजनवी मिसाइल सॉलिड फ्यूल से चलने वाली मिसाइल है। इस मिसाइल को रेल और सड़क मार्ग से कहीं भी ले जाई जा सकती है। चीन ने M-11 मिसाइल वर्ष 1987 में पाकिस्तान को दी थीं। M-11 की तकनीक का इस्तेमाल करके पाकिस्तान ने गजनवी मिसाइल का निर्माण किया है। रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक भारत को लक्ष्य करके बनाई गई यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। बता दें कि पाकिस्तान के 130 से 140 परमाणु हथियार हैं।
भारत को निशाना बनाने की पाक की चाल
गजनवी मिसाइल भारत को लक्ष्य करके बनाई गई है और यह कई भारतीय शहरों को निशाना बना सकती है। इस मिसाइल को ट्रक पर लादकर रेल या सड़क मार्ग से कहीं पर भी ले जाया जा सकता है। ऐसे में इस तलाश करके नष्ट करना बेहद मुश्किल होगा। अगर भारत पहले पाकिस्तान पर हमला करता है तो इस मिसाइल के जरिए पाकिस्तान जवाबी हमला कर सकता है। पाकिस्तान बिना परमाणु हथियार के भी भारत में तबाही मचाने के लिए इस मिसाइल का इस्तेमाल कर सकता है। गजनवी के अलावा पाकिस्तान के पास शाहीन और गौरी जैसी लंबी दूरी तक मारे करने वाली मिसाइले हैं।
पाकिस्तानी मिसाइलों का जवाब देने के लिए भारत ने छोटी दूरी से लेकर लंबी दूरी तक की कई मिसाइलें बनाई हैं। इनमें सबसे प्रमुख है पृथ्वी, ब्रह्मोस और अग्नि मिसाइल। पृथ्वी-I को फरवरी 1988 में लॉन्च किया गया था। यह जमीन से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल है। यह पहली मिसाइल थी जिसे भारत सरकार के आईजीएमडीपी के तहत विकसित किया गया। इसकी रेंज 150 किलोमीटर है यानी यह 150 किलोमीटर तक मार करने की क्षमता रखती है। यह मिसाइल 1000 किलोग्राम वजन तक के वॉरहेड, बम या अन्य चीजों को अपने साथ ले जा सकती है। 1994 में इसे भारतीय थलसेना में शामिल किया गया। भारत ने पृथ्वी-2 मिसाइल भी बनाई जो परमाणु हथियारों के साथ 350 किमी तक मार सकती है।
भारत की मिसाइल ताकत के सामने पाक कमजोर
अग्नि सीरीज के तहत पांच मिसाइलें तैयार की गईं। अग्नि I इस सीरीज की पहली मिसाइल थी। डीआरडीओ ने इसे साल 1983 में लॉन्च किया था। इसकी रेंज 700 किलोमीटर है। यह एक बलिस्टिक मिसाइल है जो परमाणु बम ले जाने में सक्षम है। अग्नि II मध्यम दूरी की मारक क्षमता वाली बलिस्टिक मिसाइल है। 11 अप्रैल, 1999 को पहली बार इसका परीक्षण किया गया था। यह जमीन से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल है। इसकी रेंज 2000 से लेकर 2500 किलोमीटर तक है। यह अपने साथ परंपरागत या न्यूक्लियर वारहेड को ले जाने में सक्षम है। इसके अलावा भारत के पास ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है जो 300 किमी से ज्यादा दूरी तक मार कर सकती है। इस मिसाइल का पहली बार 12 जून, 2001 को परीक्षण किया गया। भारत और रूस ने मिलकर इसे तैयार किया है। यह दुनिया की सबसे तेज जहाज रोधी क्रूज मिसाइल है।