जनजीवन ब्यूरो
इस्लामाबाद। भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तरीय वार्ता को लेकर आज पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार सरताज अजीज ने प्रेस कान्फ्रेंस की. सरताज अजीज ने इस दौरान कहा कि भारत के साथ उफा में कश्मीर सहित तीन मुद्दों पर वार्ता की सहमति बनी थी. उन्होंने की उस सहमति पत्र के तीन मुख्य बिंदुओं में दोनों देशों के बीच सभी मुद्दे पर वार्ता, दूसरा पर्यटन विकास व सीमा पर मैकेनिज्म का निर्माण व तीसरा कश्मीर सहित सभी मुद्दों पर वार्ता शामिल था. सरताज अजीज ने कहा कि भारत में जब से नरेंद्र मोदी सरकार आयी है, तब से वह हमें दबाव में लेकर और अपनी शर्तों पर वार्ता करना चाहती है.
पाकिस्तान के आतंकवाद के एजेंडे से मुकरने व जबरन कश्मीर मुद्दे को तूल देने का खुलासा पाकिस्तान के एक पत्रकार के सवाल का सरताज अजीज द्वारा दिये गये जवाब में ही हो गया. उक्त पत्रकार के सवाल के जवाब में अजीज ने कहा कि हमारे बीच उफा में सभी अहम मुद्दों पर वार्ता की सहमति बनी थी, अगर इसमें जे एंड के (जम्मू कश्मीर) नहीं लिखा, तो इसका मतलब यह नहीं कि वह इसमें शामिल नहीं है.
सरताज अजीज ने यह भी कहा कि वे तीन डोजियर लेकर भारत जायेंगे और उसे सौंपेगे, जो रॉ से संबंधित है. अजीज ने आरोप लगाया कि पिछले दो महीने में भारत की ओर से 70 बार युद्ध विराम का उल्लंघन किया गया था.
सरताज अजीज ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि भारत ने पाकिस्तान के सामने इस वार्ता के लिए शर्त रख दी. उन्होंने कहा कि हम भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करते हैं कि वे दोनों देशों के बीच शांति व सौहार्द्र के लिए साझी जिम्मेवारी को समझें.
उल्लेखनीय है कि रूस के उफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मुलाकात में यह तय हुआ था कि दोनों देशों के बीच नयी दिल्ली में एनएसए स्तर की वार्ता सिर्फ और सिर्फ आतंकवाद के मुद्दे पर होगी. लेकिन, बाद में पाकिस्तान ने जबरन इस वार्ता में कश्मीर मुद्दे को खींचने की कोशिश की और उसके एनएसए सरताज अजीज कश्मीर के अलगाववादी हुर्रियत नेताओं से मिलेंगे
उन्होंने साफ कहा, ‘भारत ने दूसरी दफ़ा बातचीत को रद्द किया है। अब बातचीत होगी या नहीं, यह भारत तय करे। भारत ने हम पर हुर्रियत नेताओं से न मिलने की शर्त लगाई थी, जबकि पाकिस्तान पर नई शर्तों को लगाने का आरोप कतई सही नहीं है। हम बिना शर्त भारत जाने को तैयार हैं।’
अजीज ने कहा, ‘शांति भारत और पाकिस्तान की साझा जिम्मेदारी है। पाकिस्तान ने तीन सूत्रीय डॉजियर तैयार किए हैं, जिसमें आतंकवाद में रॉ से संबंधित भूमिका का डॉजियर भी भारत को दिया जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘पाक पर दबाव का आरोप हास्यास्पद है। पाक का 3 सूत्रीय एजेंडा उफा के मुताबिक ही है।’
सरताज अजीज ने आगे कहा, ‘अगर बातचीत नहीं हुई तो दोनों मुल्कों के बीच तनाव और बढ़ जाएगा। बातचीत का मकसद केवल तनाव को घटाना था। उन्होंने भारत पर मीडिया के जरिए भारत कूटनीति करने का आरोप भी लगाया। साथ ही उन्होंने हुर्रियत नेताओं को हिरासत में लिए जाने पर हैरानी भी जताई।
उन्होंने कहा, ‘औपचारिक तौर पर अभी कुछ भी रद्द नहीं किया गया है और बातचीत से बहुत कुछ हासिल होने वाला नहीं है।’
इसके बाद शाम चार बजे भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी इसी मुद्दे पर मीडिया से बात करेंगी, जिसके बाद 23-24 अगस्त को प्रस्तावित NSA स्तर की बातचीत पर सस्पेंस ख़त्म हो सकता है।
इससे पहले कल पूरे दिन दोनों देश एक-दूसरे पर शर्तें थोपने और उफ़ा में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच हुए समझौते को तोड़ने की कोशिश का इल्ज़ाम लगाते रहे। पाकिस्तान हुर्रियत नेताओं से मिलने और कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की ज़िद पर अड़ा है।
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