जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। कश्मीरी अलगाववादियों के मुद्दे के कारण भारत-पाकिस्तान की प्रस्तावित राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार स्तरीय वार्ता को लेकर कांग्रेस ने आज सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि सरकार की विदेशनीति समाप्त हो चुका है । वार्ता से आतंकवाद सरीखे अनेक मुद्दे गायब हो चुके हैं। जबकि कश्मीर केंद्र बिंदू बन चुका है। उनका कहना था कि देश जानना चाहता है कि उफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ क्या बात हुई थी।
शर्मा ने कहा 20 साल बाद पंजाब के गुरुदासपुर में हमला हुआ। एक पाकिस्तानी आतंकी उधमपुर में पकड़ा गया । ये ऐसे मौके थे, जब भारत को पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के लिए कदम उठाना चाहिए था, लेकिन इन सारे मसलों पर सरकार चुप है। हम इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि क्या पाकिस्तान को हुर्रियत के नेताओं से मिलना चाहिए। जबकि होना यह चाहिए इस संगठन को लेकर इतना तूल नही दिया जाना चाहिए। जिसका न कोई स्थानीय स्तर पर वजूद है और न ही राष्ट्रीय स्तर पर। उस संगठन को लेकर इस तरह से माहौल खड़ा किया जा रहा है जैस कि भारत के रणनीतिकार सिर्फ यही संगठन है। पाकिस्तान के साथ जिस तरह की नीति भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार अपना रही है उससे वह ‘अपना मजाक’ बनवा रही है। कांग्रेसी नेता ने कहा कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार ने यह जानकारी भी नहीं भेजी है कि भारत में उनके प्रस्तावित दौरे के दौरान उनका कार्यक्रम क्या है। प्रधानमंत्री, देश को यह बताएं कि क्या पाकिस्तान से बात करने के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव है? हम सरकार से अपील करेंगे कि देश का गौरव और सुरक्षा दांव पर है। सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए और उफा का सच देश की जनता को बताएं।