अमलेंदु भूषण खां / नई दिल्ली । केंद्र सरकार आयुष्मान योजना के तहत फर्जीवाड़ा करने वाले 9 अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इस बात का खुलासा करते हुए कहा कि आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना में किसी भी तरह का फर्जीवाड़ा करने वाले अस्पतालों के नाम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर डाल दिए जाएंगे। हर्षवर्धन ने कहा कि धोखाधड़ी के करीब 1200 मामलों की पुष्टि हुई है और 338 अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘किसी तरह के फर्जीवाड़े में शामिल पाए गए ऐसे अस्पतालों को न केवल पैनल से हटाया जाएगा, बल्कि उनके नाम प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) की आधिकारिक वेबसाइट पर डाल सार्वजनिक कर दिए जाएंगे।’ राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के सीईओ इंदु भूषण ने कहा कि आयुष्मान भारत के तहत बीमा प्रदाताओं के नाम सार्वजनिक करने का फैसला आईआरडीएआई के साथ मिलकर लिया गया है ताकि उन्हें गलत गतिविधियों में लिप्त रहने से रोका जा सके।
भूषण ने कहा, ‘हम ऐसे गलत काम करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं और कुछ मामलों में आपराधिक केस और एफआईआर दर्ज की गई हैं।’ हर्षवर्धन ने कहा कि फिलहाल 376 अस्पताल जांच के दायरे में हैं। वहीं, एनएचए ने 338 अस्पतालों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने, निलंबित करने, जुर्माना लगाने और पैनल से हटाने के मामले में कार्रवाई की है। उन्होंने बताया कि 97 अस्पतालों को योजना के पैनल से हटा दिया गया है वहीं छह अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कुल 1.5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है और करीब 1200 मामलों की पुष्टि हुई है।
हर्षवर्धन ने कहा, ‘हमने धोखाधड़ी के इन सभी मामलों की पहचान सूचना प्रौद्योगिकी वाली मजबूत धोखाधड़ी रोधी पहचान प्रणाली से की है। हमारा संदेश बिल्कुल साफ है कि पूरी योजना में मामूली से मामूली धोखाधड़ी के मामले को भी सहन नहीं किया जाएगा।’ उन्होंने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना 23 सितंबर को एक साल पूरा करेगी और 15 से 30 सितंबर के पक्ष को ‘आयुष्मान भारत पखवाड़ा’ के रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर पर 29-30 सितंबर को ‘ज्ञान संगम’ नामक राष्ट्रीय समारोह आयोजित किया जाएगा जिसमें प्रधानमंत्री बीमा योजना की प्रगति का जायजा लेंगे।