जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । केंद्रीय खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि देश में प्याज का कोई संकट नहीं है, बाढ़ के कारण यातायात प्रभावित होने की वजह से कीमतों में वृद्धि हुई है। इस स्थिति पर जल्द काबू पा लिया जाएगा। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का हवाला देते हुए पासवान ने कहा कि जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई करने पर राजनीति शुरु हो जाएगी इसलिए कार्रवाई करने से बचा जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि देश के कई राज्य इन दिनों बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्य भी शामिल हैं, जहां प्याज का काफी उत्पादन होता है। बाढ़ की वजह से इन राज्यों में यातायात प्रभावित हुआ है, जिस कारण प्याज मंडी में कम आ रही है। प्याज की मंडियों में सप्लाई कम होने से इसकी कीमतों में तेजी आ गई है। हालांकि, उन्होंने भरोसा दिया कि जल्द ही इस समस्या को दूर कर दिया जाएगा। इस बीच केंद्र सरकार ने 22 रुपये किलो प्याज बेचना शुरू कर दिया है।
पासवान ने जानकारी दी कि देश में प्याज का भरपूर स्टॉक है। उन्होंने बताया कि सरकार के पास ही 50 हजार टन प्याज का स्टॉक रखा हुआ है। ऐसे में लोगों को प्याज की बढ़ी कीमत को लेकर घबराने की ज्यादा आवश्यकता नहीं है। अगर सरकार पर यकीन किया जाए, तो लोगों को ज्यादा दिनों तक प्याज के आंसू नहीं रोने पड़ेंगे। बाढ़ग्रस्त इलाकों में जैसे ही यातायात सुचारु होगा, वैसे ही मंडी में प्याज आनी शुरू हो जाएगी और कीमत अपने आप घट जाएंगी।
प्याज की बढ़ी कीमतों को लेकर कांग्रेस हुई हमलावर
इधर, कांग्रेस को प्याज की बढ़ती कीमतों के रूप में मोदी सरकार पर हमला करने का एक मौका मिल गया है। कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, ‘पिछले कुछ महीनों से कई राज्यों में आई बाढ़ के कारण किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। इसकी वजह से कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई है। सरकार को इस मूल्य वृद्धि को नियंत्रित करने और किसानों को उनकी उपज के लिए उचित दर सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।’