जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। 5th भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ-2019) का आगाज कोलकाता में होगा। 5-8 नवंबर तक पश्चिम बंगाल की राजधानी में होने वाले इस महोत्सव के दौरान अपने अनुसंधान से अलग पहचान बना चुके देश-विदेश के प्रमुख वैज्ञानिक और तकनीकी शिक्षाविद प्रदेश के विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करेंगे। महोत्सव में 28 विषयों पर चार दिनों तक वैज्ञानिक, छात्र, शिक्षाविद मंथन करेंगे। महोत्सव का थीम RISEN है।
इसमें लोगों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र हुए प्रत्येक अत्याधुनिक पहलू को नजदीक से जानने का अवसर मिलेगा। विज्ञान और तकनीक के हजारों जानकारों और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के हजारों विद्यार्थियों की मौजूदगी से चार दिन तक राजधानी विज्ञानमयी रहेगी।
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने संवाददाताओं को महोत्सव के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विज्ञान को जनआंदोलन बनना ही होगा। तब जाकर हम कई मंजिलों के सोपान तक चढ़ने में कामयाब होगें। उन्होंने बताया इस महोत्सव में सभी की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक सांसद को अपने-अपने संसदीय क्षे़त्र से पांच-पांच स्कूली छात्र भेजने को कहा जाएगा। जो इस महोत्सव में अहम जिम्मेदारी निभाएंगे। स्थान और समय का चयन को लेकर मंत्री ने कहा कि 7 नवंबर महान वैज्ञानिक सीवी रमण और 30 नवंबर प्रसिद्ध वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस का जन्मदिन है। यह संयोग है कि दोनों पश्चिम बंगाल से आते है। इसलिए इस बार का कार्यक्रम कोलकाता में करने का निर्णय लिया गया। इनसे युवाओं को सीखने का मौका मिलेगा कि कैसे छोटे-छोटे इनोवेशन और आइडिया को कमाई के अवसर में बदला जा सकता है।