जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : अनुच्छेद 370 के खात्मे के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने आज राज्यसभा में कहा कि कश्मीर में हालात बिल्कुल सामान्य हैं। उन्होंने एनीसीपी सांसद माजिद मेमन के सवाल पर सदन में विस्तृत आंकड़ों के साथ दावा किया कि कश्मीर में जनजीवन पूरी तरह पटरी पर है। वहां सभी स्कूल, अस्पताल, अदालत से लेकर सारे सरकारी दफ्तर सुचारू रूप से काम कर रहे हैं। गृह मंत्री ने कहा कि इसी सदन में कहा गया था कि विशेष राज्य का दर्जा छिनने के बाद जम्मू-कश्मीर में खून की नदियां बहेंगी, लेकिन आज हमें यह बताने में आनंद हो रहा है कि 5 अगस्त के बाद से अब तक पुलिस फायरिंग में वहां एक भी नागरिक की जान न हीं गई है। गृह मंत्री ने कहा जहां तक बात इंटरनेट सर्विस की है तो वक्त आने पर यह बहाल हो जाएगी, फिलहाल आवश्यक कार्यों के लिए 10 जिलों में टर्मिनल्स काम कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सवाल किया कि आज के जमाने में इंटरनेट और स्वास्थ्य की जरूरत ज्यादा है। पड़ोसी देश 1947 से है, हम भी सीएम रहे हैं कुछ ही दिनों के लिए इंटरनेट बंद रहता था लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ कि साढ़े तीन महीने तक इंटरनेट बंद कर दिया जाए।
उनके इस सवाल का जब अमित शाह जवाब देने लगे तो गुलाम नबी आजाद ने आंकड़ों को लेकर टोका-टिप्पणी की। जिस पर पलटवार करते हुए अमित शाह ने कहा कि अगर गुलाम नबी आजाद इन आंकड़ों को चैलेंज करते हैं तो मैं जिम्मेदारी के साथ बोलता हूं कि सारी जिम्मेदारी मेरी है। आप रिकॉर्ड पर कहिए कि ये आंकड़ा गलत है। इस मसले पर मैं घंटों की चर्चा के लिए भी तैयार हूं।
उपराष्ट्रपति से बोले शाह- उनको सहा अब मुझे भी सहन कर लीजिए
अमित शाह ने गुलाम नबी आजाद को लेकर राज्यसभा के सभापति वेकैया नायडू को संबोधित करते हुए कहा कि मैं नहीं चाहता था कि इतिहास में जाऊं लेकिन वो (गुलाम नबी आजाद) मुझे घसीट कर ले जा रहे हैं, अब उन्होंने कहा तो मुझे जवाब देना होगा। अब अगर वो नहीं रुके तो आप (उपराष्ट्रपति) मुझे नहीं रोक सकते, उनको सहा अब मुझे भी सहन कर लीजिए।
कश्मीर में स्थिति सामान्य, जल्द बहाल की जाएगी इंटरनेट सेवा : शाह
गृह मंत्री शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने के बाद पुलिस की गोली से एक भी व्यक्ति की जान नहीं गई है तथा स्थानीय प्रशासन द्वारा उपयुक्त स्थिति पाए जाने के बाद वहां जल्द ही इंटरनेट सेवा बहाल कर दी जाएगी।
पूरक प्रश्नों के जवाब में कहा कि पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर में, विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने के बाद पुलिस की गोलीबारी में किसी की जान नहीं गई । गृह मंत्री ने कहा ‘वहां स्थिति हमेशा से ही सामान्य है। दुनिया भर में कई तरह की बातें चल रही हैं। वहां स्थिति पूरी तरह सामान्य है। पांच अगस्त के बाद पुलिस की गोलीबारी में एक भी व्यक्ति की जान नहीं गई। हालांकि कई लोगों को आशंका थी कि वहां खूनखराबा होगा तथा लोगों की जान जा सकती है।’
शाह ने यह भी कहा कि जम्मू कश्मीर में सभी समाचार पत्रों का प्रकाशन हो रहा है और टीवी चैनल काम कर रहे हैं तथा अखबारों के वितरण में कोई कमी नहीं आई है ।