जनजीवन ब्यूरो / भोपाल । पार्टी में अलग थलग हो गए कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की छटपटाहट बढ़ गई है। छटपटाहट की झलक इससे भी जाहिर होता है कि उन्होंने ट्विटर अकाउंट से अपना कांग्रेसी परिचय हटा दिया है। ट्विटर के नए बायो में सिंधिया ने खुद को जनसेवक और क्रिकेट प्रेमी बताया है। वहीं, उनकी समर्थक विधायक इमरती देवी ने भी ट्विटर प्रोफाइल से कैबिनेट मंत्री का परिचय हटा दिया है।
हालांकि सिंधिया ने इसका खंडन करते हुए कहा कि एक महीने पहले ही मैंने ट्विटर पर अपना बायो बदला था। लोगों की सलाह पर मैंने अपना ट्विटर बायो छोटा कर लिया था। इस बारे में अफवाहें निराधार हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इससे पहले अपने ट्विटर प्रोफाइल पर अपना पद- कांग्रेस महासचिव, गुना लोकसभा सीट से सांसद (2002-2019 तक) और पूर्व केन्द्रीय मंत्री लिखा था।
ऐसी अटकलें हैं कि लोकसभा चुनाव के दौरान मध्यप्रदेश के गुना से हारने के बाद से ज्योतिरादित्य पार्टी में उपेक्षित चल रहे हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर भी पार्टी के साथ उनकी नाराजगी की खबरें आई थीं। उनके कई समर्थक विधायकों ने इस्तीफे तक का एलान किया था। हालांकि, मुख्यमंत्री कमलनाथ और केंद्रीय नेतृत्व के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया।