जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोप में 21 आयकर अधिकारियों को उनके पद से तत्काल प्रभाव से रिटायर कर दिया है। इन अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई समेत अन्य जांच एजेंसियों ने इसकी संस्तुति की थी। केंद्र सरकार का जून से लेकर के अभी तक यह पांचवां मौका है।
सरकार ने नियम 56(जे) का इस्तेमाल करते हुए केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) में कार्यरत ग्रुप बी के अधिकारियों को नौकरी से हटाया है। इससे पहले चार बार में सरकार कुल 85 लोगों को हटा चुकी है, जिसमें 64 अधिकारी थे। इससे पहले सितंबर में सरकार ने केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर बोर्ड व कस्टम (सीबीआईसी) के अधिकारियों को पद से हटाया था।
इन शहरों में कार्यरत थे अधिकारी
सूत्रों के मुताबिक जिन अधिकारियों को हटाया गया वो अलग-अलग शहरों में कार्यरत थे। इनमें से तीन सीबीडीटी के मुंबई कार्यालय और दो थाणे में कार्यरत थे। इसके अलावा विशाखापट्टनम, हैदराबाद, राजामुंद्री, हजारीबाग, नागपुर, राजकोट, जोधपुर, माधोपुर, बिकानेर, भोपाल और इंदौर में कार्यरत अधिकारियों के साथ ऐसा किया गया है। इनमें से एक अधिकारी को सीबीआई ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। वहीं एक अधिकारी के बैंक लॉकर में 20 लाख रुपये मिले थे। थाणे के एक अधिकारी के पास 40 लाख की संपत्ति मिली थी।