जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली / लखनऊ । उन्नाव दुष्कर्म पीड़ित की मौत के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पीड़ित के परिजन से मिलीं। उन्होंने कहा कि परिवार को एक साल से प्रताड़ित किया जा रहा है। मैंने आरोपियों के भाजपा से संबंध के बारे में सुना है। यही वजह है कि उन्हें बचाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में अपराधियों के मन में डर नहीं रह गया है। दूसरी ओर एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा के गेट के बाहर बैठकर धरना देकर योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। वहीं बीएसपी प्रमुख मायावती उन्नाव रेप मामले और महिला सुरक्षा को लेकर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात की।
पीड़ित की मौत के बाद उन्नाव जिले के बिहार कस्बे को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस और जिला प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। कस्बे में सन्नाटा पसरा है। ग्रामीण पिछले दो दिनों से अपने घरों में दुबके हुए हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि कोई और मुख्यमंत्री होता हो खुद ही घटना की जिम्मेदारी लेता और इस्तीफा दे देता। मुख्यमंत्री योगी को पूरी घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से पीड़िता का परिवार को परेशान किया जा रहा था। मैंने सुना है कि आरोपियों के भाजपा के साथ संबंध हैं, इसीलिए उन्हें अबतक सुरक्षा मिलती रही है। राज्य में अपराधियों के बीच कोई डर ही नहीं है।
वहीं पीड़िता की भाभी ने बताया कि प्रियंका गांधी ने उन्हें न्याय की लड़ाई में साथ देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी एक ही मांग है कि दोषियों को सजा-ए-मौत की जाए। इसके बाद ही पीड़िता की आत्मा को शांति मिलेगी। प्रियंका दो दिवसीय प्रवास पर लखनऊ आई हुईं थीं, प्रियंका गांधी ने आज के अपने सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए और उन्नाव पहुंचीं।
इससे पहले प्रियंका गांधी ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की मौत पर दुख जताया था। उन्होंने ट्वीट करते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर हमला भी बोला। उन्होंने कई तीखे सवाल किए हैं।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि ‘मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि उन्नाव पीड़िता के परिवार को इस दुख की घड़ी में हिम्मत दे’ उन्होंने आगे लिखा कि ‘यह हम सबकी नाकामयाबी है कि हम उसे न्याय नहीं दे पाए। सामाजिक तौर पर हम सब दोषी हैं लेकिन ये उत्तर प्रदेश में खोखली हो चुकी कानून व्यवस्था को भी दिखाता है।’
उन्नाव की पिछली घटना को ध्यान में रखते हुए सरकार को तत्काल पीड़िता को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई? जिस अधिकारी ने उसका FIR दर्ज करने से मना किया उस पर क्या कार्रवाई हुई? उप्र में रोज रोज महिलाओं पर जो अत्याचार हो रहा है, उसको रोकने के लिए सरकार क्या कर रही है ?
उन्नाव गैंगरेप मामले पर बीएसपी प्रमुख मायावती ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से राजभवन में मुलाकात की। मुलाकात से पहले मायावती ने भी योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार में अब महिलाएं सुरक्षित नहीं है। कोई ऐसा दिन नहीं बीतता जब महिलाओं के खिलाफ अपराध सामने न आते हो। अगर राज्य सरकार अपराधियों पर कार्रवाई नहीं करेगी, तो ऐसी घटनाओं पर रोक नहीं लगेगी।
अखिलेश ने विधानसभा गेट के बाहर दिया धरना
प्रियंका उन्नाव गईं तो अखिलेश यादव ने लखनऊ स्थित यूपी विधानसभा के बाहर ही धरना देकर योगी सरकार को कटघरे में लिया। शनिवार दोपहर विधानसभा के गेट नंबर 2 पर अखिलेश यादव एसपी के दूसरे नेताओं के साथ बैठकर धरना दिया। अखिलेश ने उन्नाव रेप केस में सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, ‘इसी विधानसभा में मुख्यमंत्री ने कहा था कि अपराधियों को ठोक दिया जाएगा। यह भाषा थी लेकिन एक बेटी की जान नहीं बचा सके।’ अखिलेश ने ऐलान किया कि रविवार को यूपी से सभी जिलों में पार्टी की ओर से शोकसभा आयोजित की जाएगी।
‘भाजपा ही आरोपी’
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘ये उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार कार्यकाल में पहली घटना नहीं है। याद करिए वो समय जब एक बेटी मुख्यमंत्री आवास के सामने न्याय मांग रही थी, उसे न्याय नहीं मिला तो उसने आत्मदाह की कोशिश की। उन्नाव की एक बेटी ने तो अपना पूरा परिवार खो दिया। कौन था आरोपी। भाजपा के नेता। उन्नाव की इस घटना के लिए कौन दोषी है। इसके लिए भाजपा ही जिम्मेदार है। जो लोग आरोपी हैं, वो भी भाजपा से ही जुड़े हैं। उस बेटी का जब पूरा शरीर जला तो वो भागी। मदद की गुहार के साथ। क्या आज के समय में ऐसी घटना होगी कि कोई जिंदा जला देगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और डीजीपी के हटे बिना कानून व्यवस्था लागू नहीं हो सकती।’’
पीड़ित ने देर रात दम तोड़ा
90% झुलसी उन्नाव की दुष्कर्म पीड़ित ने शुक्रवार रात 11.40 बजे कार्डियक अरेस्ट के बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। 5 दिसंबर की देर शाम उसे एयरलिफ्ट कर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया था। जमानत पर छूटे दुष्कर्म के आरोपियों ने गुरुवार तड़के उसे जलाया दिया था।