अमलेंदु भूषण खां / नई दिल्ली : नागरिकता कानून का विरोध राष्ट्रीय राजधानी में हिंसक रुप ले लिया। रविवार को प्रदर्शनकारियों ने साउथ दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में जमकर तांडव मचाया। 3 बसों, कारों और कुछ मोटरसाइकलों को आग के हवाले कर दिया। जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी कैंपस में पुलिस व छात्रों के बीच जमकर भिड़ंत हुई जिसमें दर्जनों छात्र व आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस की पिटाई के विरोध में जेएनयू, दिल्ली विश्वविद्यालय व जामिया के छात्र आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच, दक्षिण दिल्ली के चार मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट बंद कर दिया गया है। दिल्ली के ओखला, जामिया, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, मदनपुर खादर क्षेत्र के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल कल बंद रहेंगे। नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया। यह जानकारी डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया ने दी।
प्रत्यक्षदर्शियो के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने साउथ दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में जमकर तांडव मचाया। 3 बसों और कुछ मोटरसाइकलों को आग के हवाले कर दिया। आग बुझाने के लिए तत्काल 4 दमकल वाहनों को भेजा गया लेकिन उग्र प्रदर्शनकारियों ने एक दमकल वाहन को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। 2 दमकलकर्मी जख्मी भी हुए हैं।
यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट कम्युनिटी ने कहा, ‘हमने हमेशा यह कहा है कि हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण और अहिंसक है। हम अपने शांतिपूर्ण विरोध पर कायम हैं और जो भी हिंसा में शामिल है उसका विरोध करते हैं।’
इसने कहा, ‘हमने तब भी शांति बरती जब स्टूडेंट्स पर लाठी चार्ज किया गया था और कुछ महिलाओं को बुरी तरह पीटा गया था। मीडिया इसकी साक्षी है। कुछ तत्वों द्वारा हिंसा कर हमारे प्रदर्शन को कलंकित करने की कोशिश की जा रही है।’
रविवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने जामियानगर से ओखला की तरफ मार्च निकाला। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों में जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स भी शामिल थे। इस दौरान पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गई, जिसके बाद प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और आगजनी करने लगे।
पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनाकरियों ने पथराव कर कुछ बसों के शीशे भी तोड़ दिए और फायर ब्रिगेड की गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया। हाथों में तिरंगा और प्लेकार्ड लिए प्रदर्शनकारी नए नागरिकता कानून के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इस प्रदर्शन के कारण सड़क यातायात प्रभावित हुआ।
कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI की नैशनल सेक्रटरी सैमन फारूकी ने बताया कि प्रदर्शनकारी मथुरा रोड पर बैठकर शांतिपूर्ण विरोध दर्ज करा रहे थे तभी पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को परेशान किया। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने इसका विरोध किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े। एक अन्य छात्र ने दावा किया कि पुलिस के बल प्रयोग के बाद कुछ प्रदर्शनकारियों ने बसों में आग लगा दी और तोड़फोड़ करने लगे।
प्रदर्शनकारियों ने न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के सामने मथुरा रोड के दोनों कैरेजवे को बाधित कर दिया है। उधर, एहतियातन कदम उठाते हुए ट्रैफिक पुलिस ने ओखला अंडरपास से सरिता विहार जाने वाले मार्ग पर यातायात रोक दिया है। लोगों से अपील की गई है कि वे इस रास्ते न गुजरें। बता दें कि केंद्रीय दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है जहां पूर्वोत्तर के स्टूडेंट्स कानून का विरोध करने के लिए जुटे हैं।
हिंसक प्रदर्शनों का सड़क यातायात के साथ-साथ मेट्रो सेवा पर भी असर पड़ा है। दिल्ली मेट्रो ने ट्वीट कर बताया कि दिल्ली पुलिस की सलाह के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया, ओखला विहार और जसोला विहाल शाहीन बाग मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट बंद कर दिया गया है। इस स्टेशन पर कोई मेट्रो ट्रेन नहीं रूक रही है। इसके अलावा आश्रम मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 3 को भी बंद कर दिया गया है।