जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। नागरिकता कानून के विरोध में अलीगढ़ के अलावा बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी और बंगाल की जाधवपुर यूनिवर्सिटी में भी उग्र प्रदर्शन छात्रों ने किया। अलीगढ़ और जामिया यूनिवर्सिटी में 5 जनवरी तक छुट्टी घोषित किया गया है साथ ही परीक्षाएं टाल दी गई है और छात्रों को घर भेज दिए गए हैं। जामिया की कुलपति नजमा अख्तर ने कहा- पुलिसवालों ने लाइब्रेरी में बैठे छात्रों को लाठियों से पीटा, 200 छात्र जख्मी हुए, हम एफआईआर कराएंगे।
जामिया यूनिवर्सिटी में नागरिकता कानून के खिलाफ हुए उग्र प्रदर्शन को लेकर कुलपति नजमा अख्तर ने सोमवार को बयान दिया। उन्होंने कहा- पुलिस ने बिना इजाजत यूनिवर्सिटी में घुसकर तोड़फोड़ की। लाइब्रेरी में बैठे छात्रों पर लाठियां चलाईं, जिसमें 200 छात्र जख्मी हुए। हम पुलिस के खिलाफ एफआईआर कराएंगे। उन्होंने कहा- शुक्रवार को पहली बार जामिया के बच्चों ने अपने जुलूस निकाले, फिर टीचर्स ने। जो लोग बाहर से आ रहे थे, उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने जामिया के गेट पर बैरिकेड्स लगा दिए थे। हमने उन्हें बैरिकेड्स लगाने से रोका था। कुछ बाहरी लोग कैंपस में घुस गए थे। उसके पीछे पुलिस अंदर गई।
कुलपति ने कहा- हम सब अंदर बैठे थे, कि अगर पुलिस आएगी तो हम उनकी मदद करेंगे। लेकिन वे जबरन लाठियां चलाने लगे। आप मुझसे पूछते, रजिस्ट्रार से पूछते। हमारे छात्र लाइब्रेरी में थे। पुलिस वालों ने वहां लाठियां चलाईं। बच्चों को जिस बर्बरता से डराया गया है, वह ठीक नहीं है। यूनिवर्सिटी का काफी नुकसान हुआ।
जामिया को टारगेट किया जा रहा: कुलपति
कुलपति नजमा ने कहा- यूनिवर्सिटी में पुलिस के घुसने पर एफआईआर कराएंगे। हम चाहेंगे कि इस पर उच्चस्तरीय जांच हो। यूनिवर्सिटी के किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई। ये अफवाह है। कई छात्र जख्मी हुए हैं। मुझे लगता है कि आने वाले समय में भी भीड़ जामिया की सड़क से ही जाएगी इसलिए हम चाहते हैं कि एक बायपास बने। जामिया को सिक्योर करने के लिए बगल वाली रोड हमें दे दी जाए। जामिया को टारगेट न किया जाए। यह नेशनल मूवमेंट से निकली यूनिवर्सिटी है। यह इश्यू पूरे इंडिया में हो रहा है, लेकिन नाम हर जगह जामिया का आ रहा है।
जामिया नगर व आसपास के इलाकों में देर रात तक तनाव बना हुआ था। दिल्ली के सभी सीनियर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। दिल्ली पुलिस ने गोली चलाने की बात से इनकार करते हुए लोगों से शांति बनाने और किसी तरह की अफवाह न फैलाने की अपील की है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि छह पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है। प्रदर्शनकारियों ने तैयारियों के साथ पथराव व हिंसा की है। हालांकि, छात्रों को गोली लगने की कही जा रही थी, मगर दिल्ली पुलिस ने इस बात से इंकार किया है। देर रात शांति बनाए रखने के लिए फ्लैग मार्च निकाला। दक्षिण-पूर्व जिला डीसीपी चिन्मय बिश्वाल ने हिंसा के बाद दिए बयान में कहा है कि जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी के छात्र आदि लोग कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे।
रविवार को भी छात्रों के कुछ ग्रुप ने प्रदर्शन किया। दिल्ली पुलिस इन छात्रों का सहयोग कर रही थी। शाम करीब चार बजे सराय जुलैना की तरफ से डेढ़ से दो हजार छात्र आए और मथुरा रोड पर जाम लगाना शुरू किया। छात्रों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील की तो उन्होंने पथराव और बसों में तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया। छात्रों को पीछे हटाने के लिए हल्के बल का प्रयोग किया।