जनजीवन ब्यूरो / मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार बनने के 32 दिन बाद सोमवार को मंत्रिमंडल का पहला विस्तार हुआ। अजित पवार ने 37 दिन में दूसरी बार उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। पूर्व सीएम अशोक चव्हाण कैबिनेट मंत्री बने। उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य, पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बेटे अमित और दिवंगत भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे के भतीजे धनंजय मुंडे को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया। 26 कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली, जिनमें राकांपा से 10, कांग्रेस से 8 और शिवसेना से 7 मंत्री बनाए गए हैं। कांग्रेस विधायक केसी पाडवी पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी नाराज हो गए और उन्हें दोबारा शपथ दिलवाई।
28 नवंबर को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के दो-दो मंत्रियों ने शपथ ली थी। नियम के मुताबिक, महाराष्ट्र सरकार में मुख्यमंत्री के अलावा 42 मंत्री ही शामिल सकते हैं।
26 कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली
शिवसेना: संजय राठौड़, गुलाबराव पाटिल, दादा भुसे, संदीपन भुमरे, अनिल परब, उदय सामंत, आदित्य ठाकरे
राकांपा: अजित पवार, दिलीप वलसे पाटिल, धनंजय मुंडे, अनिल देशमुख, हसन मुश्रीफ, राजेंद्र शिंगणे, नवाब मलिक, राजेश टोपे, जितेंद्र आव्हाड, बालासाहेब पाटिल
कांग्रेस: अशोक चव्हाण, विजय वडेट्टीवार, वर्षा गायकवाड़, सुनील केदार, अमित विलासराव देशमुख, यशोमती ठाकुर, केसी पाडवी, असलम शेख
निर्दलीय : शंकर राव गड़ाख
कैबिनेट में नए मंत्रियों के शामिल होने के बाद विभागों में बदलाव हो सकता है। फिलहाल, मुख्यमंत्री उद्धव के पास कोई विभाग नहीं है। गृह और उद्योग विभाग शिवसेना के पास हैं। वित्त और ग्रामीण विकास विभाग राकांपा को दिए गए हैं। कांग्रेस को राजस्व, पीडब्ल्यूडी और ऊर्जा मंत्रालय सौंपा गया था।