अमलेंदु भूषण खां / नई दिल्ली। आर्थिक मंदी के बावजूद रेलवे ने किराया बढ़ाने का मन बना लिया है। इस बावत रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने भी रेल किराये में वृद्धि के संकेत दिए हैं। कयास लगया जा रहा है कि किराया वृद्धि सभी श्रेणी में 5 से 40 पैसे प्रति किलोमीटर तक हो सकता है। जिसकी घोषणा कभी भी की जा सकती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रेलवे किराया बढ़ाने की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। महज औपचारिक ऐलान बांकी है। बहरहाल रेलवे ने सभी श्रेणी में यात्रा किराया 5 से 40 पैसे प्रति किलोमीटर तक बढ़ाने की तैयारी में है। एसी, स्लीपर, जनरल और कम दूरी की सवारी गाड़ियों के अलावा मासिक टिकट के किराए भी बढ़ाए जाएंगे। चर्चा है कि वृद्धि के फैसले को नवंबर में ही मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन झारखंड चुनाव की वजह से इसे टाला गया था। अब किसी भी दिन इसकी घोषणा हो सकती है।
सनद रहे कि बीते दिनों रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने बताया था कि पैसेंजर और फ्रेट, दोनों किराये में बदलाव करने की योजना है। फ्रेट के लिए किराया पहले ही अधिक होने के कारण हम इसे और नहीं बढ़ा सकते। रेलवे ने कई सालों से यात्री किराये में इजाफा नहीं किया है। पिछले साल संसद की एक समिति ने सिफारिश की थी कि रेलवे को निश्चित अवधि में रेल यात्री किराये की समीक्षा करनी चाहिए। समिति ने किराए को व्यवहारिक बनाने की भी बात कही ताकि उससे रेलवे की आय बढ़ाई जा सके। हालांकि बजट में सरकार ने रेल किराये में वृद्धि नहीं की थी। समिति का मानना है कि भारतीय रेलवे की कमाई 10 साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है।