जनजीवन ब्यूरो / लखनऊ । उत्तर प्रदेश में ‘भगवा’ पर पक्ष-विपक्ष की राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सीएम योगी के वस्त्र पर निशाना साधते हुए कहा था कि भगवा हमें शांति और करुणा सिखाता है, बदला लेना नहीं। इस पर सीएम की तरफ से जवाब आया है कि उन्होंने भगवा लोक सेवा के लिए धारण किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऑफिस की तरफ से ट्वीट में कहा गया, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवा लोक सेवा के लिए धारण किया है। सब कुछ त्याग कर। वे न केवल भगवा धारण करते हैं, बल्कि उसका प्रतिनिधित्व भी करते हैं। भगवा वेशभूषा लोक कल्याण और राष्ट्र निर्माण के लिए है और योगीजी उस पथ के पथिक हैं।’
आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कहा गया, ‘संन्यासी की लोक सेवा और जन कल्याण के निरंतर जारी यज्ञ में जो भी बाधा उत्पन्न करेगा, उसे दंडित होना ही पड़ेगा। विरासत में राजनीति पाने वाले और देश को भुला कर तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले लोक सेवा का अर्थ क्या समझेंगे?’
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस व सपा इस समय ट्वेंटी 20 मैच खेलना चाहते हैं। उपचुनाव में भाजपा ने 12 में से 9 सीटें हासिल की। कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली। ये उन्हें नहीं भूलना चाहिए।
शर्मा ने कहा कि धारा 144 का उल्लंघन विपक्ष अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहा है। विपक्ष के नेता शांति भंग करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने विपक्ष पर नागरिकता संशोधन कानून पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया, कहा कि जनता ऐसी कोशिशों का जवाब देगी। इस कानून से किसी की नागरिकता नहीं जाएगी और यह संविधान के खिलाफ नहीं है।
गौरतलब है कि प्रियंका ने सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्यपाल को दी गई चिट्ठी में हमने कई ऐसे सबूत दिए हैं, जिससे यह दिख रहा है कि पुलिस और प्रशासन सीएम के बदला लेने के बयान पर कायम है। उन्होंने कहा, ‘देश के इतिहास में संभवत: ऐसा पहली बार हुआ जब एक सीएम ने कहा कि बदला लिया जाएगा। यह देश कृष्ण और भगवान राम का है जो करुणा के प्रतीक हैं।’
‘भगवा में नहीं है हिंसा और रंज का कोई स्थान‘
उन्होंने कहा, ‘यूपी के सीएम योगी ने भगवा धारण किया है। भगवा आपका नहीं है, यह हिंदू धर्म का है, जिसमें हिंसा और रंज का कोई स्थान नहीं है।’ प्रियंका गांधी ने सरकार के सामने 4 मांगें रखीं। उन्होंने कहा कि हिंसा पर पुलिस अपनी कार्रवाई को रोके। इसके अलावा आरोप साबित हुए बिना संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई न हो। हाई कोर्ट के जज से हिंसा की जांच कराई जाए। इससे पहले कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने आज राज्यपाल से मुलाकात की और प्रदेश में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के दौरान पुलिस की बर्बरता की न्यायिक जांच कराने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
राज्य के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘एसपी और कांग्रेस के लोगों को लोकसभा चुनाव में हार के बाद अपना वोटबैंक खिसकता दिखाई दिया। ये लोग अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के नाम पर यह भूल गए हैं कि वे दंगाइयों को समर्थन देने का काम कर रहे हैं। प्रियंका गांधी उन लोगों के पक्ष में खड़ी दिखाई दे रही हैं, जिन्होंने पत्थर चलाए, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और गोलियां चलाईं।’