जनजीवन ब्यूरो / रांची : झारखंड के नए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि खरसावां गोलीकांड की जांच करवाई जाएगी। गोलीकांड में शहीद हुए लोगों के परिजनों को नौकरी दी जाएगी और जो लोग नौकरी के लायक नहीं हैं उन्हें सम्मानजनक पेंशन दी जायेगी। इतना ही नहीं, खरसावां में एक शहीद स्मारक भी सरकार बनवाएगी।
बुधवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए सोरेन ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि खरसावां गोलीकांड से जुड़े कागजात कहीं न कहीं तो जरूर होंगे। उनकी सरकार उसे खोजकर पूरे मामले की जांच करवायेगी।
उन्होंने कहा कि झारखंड में कोई भूखा नहीं मरेगा। सरकार सभी लोगों को भरपेट भोजन का इंतजाम करवाएगी। बेहतर शिक्षा और महिलाओं को सुरक्षा सोरेन सरकार की प्राथमिकता होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार नई उद्योग नीति लाएगी। इससे उद्योगपति और रैयत दोनों लाभान्वित होंगे। वर्तमान औद्योगिक नीति से सिर्फ उद्योगपति लाभान्वित हो रहे हैं। लेकिन, उनकी सरकार को नीति लायेगी, उससे उद्योगपतियों को तो फायदा होगा ही, उन लोगों को भी फायदा होगा, जो उद्योग-धंधों के लिए अपनी जमीन देंगे। उनकी सरकार किसी के साथ अन्याय नहीं होने दी।
सोरेन ने कहा कि उनकी पहली कैबिनेट की बैठक में पत्थलगड़ी से जुड़े लोगों के खिलाफ दर्ज किये गये मुकदमे वापस लिये गये। यह इस बात का संकेत है कि उनकी सरकार में कोई जनविरोधी काम नहीं होगा। उनकी सरकार जनता की सरकार है और जनता के लिए ही काम करेगी।
उल्लेखनीय है कि देश की आजादी के महज साढ़े चार महीने बाद ही 1 जनवरी, 1948 को खरसावां में राजमहल से कुछ ही दूरी पर भारी संख्या में आदिवासियों को गोलियों से भून दिया गया था। बताया जाता है कि इसमें हजारों लोगों की मौत हो गयी थी। हालांकि, आज तक मृतकों का सही आंकड़ा सामने नहीं आ पाया है।