जनजीवन ब्यूरो / बेंगलूरु : पीएम नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के तुमकुर में श्री सिद्धगंगा मठ पहुंचकर नागरिकता कानून को लेकर कांग्रेस और विपक्ष पर जमकर हमला किया। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों का विरोध कर रही है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके साथी दल देश की संसद के खिलाफ ही मैदान में उतरे हैं।
पीएम मोदी ने कहा, ‘ये लोग पाकिस्तान से आए दलितों, पिछड़ों और प्रताड़ितों के खिलाफ ही आंदोलन कर रहे हैं। पाकिस्तान का जन्म धर्म के आधार पर हुआ था और तब से ही दूसरे धर्मों के लोगों के साथ अत्याचार शुरू हो गया था। समय के साथ पाकिस्तान में हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध और ईसाइयों पर लगातार अत्याचार बढ़ता रहा है।’
पीएम मोदी ने कहा कि लाखों लोगों को अपने घर छोड़कर भारत आना पड़ा है। पाकिस्तान ने इन लोगों पर जुल्म किया, लेकिन कांग्रेस और बाकी विपक्षी दल पाक के खिलाफ नहीं, बल्कि पीड़ितों के खिलाफ ही आंदोलन कर रहे हैं।
कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस इन कृत्यों पर चुप क्यों है? वह पाकिस्तान की प्रताड़ना पर चुप क्यों है? क्या पाकिस्तान से आए इन सताए हुए लोगों की मदद करना हमारी ज़िम्मेदारी नहीं है? आज हर देशवासी के मन में सवाल है कि जो लोग पाकिस्तान से अपनी जान बचाने के लिए, अपनी बेटियों की जिंदगी बचाने के लिए यहां आए हैं, उनके खिलाफ तो जुलूस निकाले जा रहे हैं लेकिन जिस पाकिस्तान ने उनपर ये जुल्म किया, उसके खिलाफ इन लोगों के मुंह पर ताले क्यों लगे हुए हैं।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अगर आपको नारे लगाने ही हैं तो पाकिस्तान में जिस तरह अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है, उसे जुड़े नारे लगाइए।अगर आपको जुलूस निकालना ही तो पाकिस्तान से आए हिंदू-दलित-पीड़ित-शोषितों के समर्थन में जुलूस निकालिए। मैं आज संत समाज और आप सबसे 3 संकल्पों में सक्रिय सहयोग चाहता हूं। पहला- अपने कर्तव्यों और दायित्वों को महत्व देने की अपनी पुरातन संस्कृति को हमें फिर मजबूत करना है। दूसरा-प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा। तीसरा-जल संरक्षण और जल संचयन के लिए जनजागरण में सहयोग।’
“जो लोग आज भारत की संसद के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि आज जरूरत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की इस हरकत को बेनकाब करने की है। अगर आपको नारे लगाने ही हैं तो पाकिस्तान में जिस तरह अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है, उसे जुड़े नारे लगाइए। जुलूस निकालना ही तो पाकिस्तान से आए हिंदू-दलित-पीड़ित-शोषितों के समर्थन में जुलूस निकालिए”-कर्नाटक के तुमकुर की एक सभा में PM मोदी
उन्होंने कहा, ‘शरण लेने आए लोगों के खिलाफ जुलूस निकाले जा रहे हैं, लेकिन जिस पाकिस्तान ने वहां के अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किए उसे लेकर आखिर मुंह पर ताले क्यों लगे हुए हैं।’ पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारा यह फर्ज बनता है कि पाकिस्तान से आए शरणार्थियों की मदद करें। हमारा फर्ज है कि पाक से आए हिंदुओं और उनमें भी ज्यादातर दलित लोगों को हम उनके नसीब पर नहीं छोड़ सकते।’
पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान से आए सिख, जैन और ईसाई परिवारों की मदद करें। उन्होंने कहा कि जो लोग आज संसद के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, उनसे कहना चाहता हूं कि आज पाक को बेनकाब करने की जरूरत है। आंदोलन करना ही है तो आपको पाकिस्तान के पिछले 70 सालों के कारनामों के खिलाफ करना चाहिए।
सिद्ध गंगा मठ के संत शिवकुमार को दी श्रद्धांजलि
इससे पहले मोदी ने श्री सिद्धगंगा मठ में आयोजित कार्यक्रम में संत शिवकुमार स्वामी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि संतों के दिखाए मार्ग के कारण ही हमने 21वीं सदी के तीसरे दशक में हमने उम्मीद और उत्साह के साथ कदम रखे हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी को मालूम है कि बीते दशक की शुरुआत किस तरह के माहौल में हुई थी और अब क्या स्थिति है।
प्रधानमंत्री ने नागरिकता संसोधन कानून का जिक्र करते हुए कहा कि हम धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का काम कर रहे हैं जबकि कांग्रेस उनके खिलाफ रैली निकाल रही है। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से सामान्य लोगों के जीवन में सार्थक परिवर्तन लाने वाले अभूतपूर्व प्रयास शुरू हुए।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत ने 21वीं सदी के तीसरे दशक में नई ऊर्जा और नए जोश के साथ प्रवेश किया है। आपको याद होगा कि पिछले दशक की शुरुआत के समय देश में किस तरह का माहौल था। लेकिन यह तीसरा दशक उम्मीदों और आकांक्षाओं की मजबूत नींव के साथ शुरू हुआ है।’
अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘2014 के बाद से ही सामान्य मानवीय के जीनव में सार्थक परिवर्तन लाने वाले अभूतपूर्व प्रयास भारत ने किए हैं। आज खुले में शौच से देश को मुक्त करने का संकल्प, गरीब बहनों को धुएं से मुक्ति का संकल्प और किसानों, छोटे व्यापारियों, श्रमिकों को पेंशन का संकल्प सिद्ध हो रहा है। हमने धारा 370 को खत्म करके कश्मीर को आतंकवाद और अनिर्णय की स्थिति से मुक्त किया है। हम पड़ोसी देशों से धार्मिक रूप से पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता प्रदान कर रहे हैं और शांति, सद्भाव के लिए भगवान राम की जन्मभूमि पर एक राम मंदिर भी बनाया जा रहा है।’