नई दिल्ली / लखनऊ । कोटा स्थित जेके लोन अस्पताल में लगातार हो रही नवजातों की मौत पर राजस्थान के सीएम अशोक गेहलोत न सिर्फ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के निशाने पर आए बल्की कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें खरी खोटी सुनाई है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने गेहलोत को पत्र लिखकर कहा है कि यदि राज्य सरकार बच्चों की मौत को रोकने में कामयाब नहीं हो पा रही है तो केंद्र सरकार मदद देने के लिए तैयार है।
बताया जाता है कि दिसंबर के आखिरी दो दिनों में यहां नौ और बच्चों की मौत हो गई। इसके साथ ही मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर सौ तक पहुंच गया है। अस्पताल के सुप्रिटेंडेंट के मुताबिक नवजातों की मौत का मुख्य कारण उनका जन्म के वक्त कम वजन होना है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि जेके लोन अस्पताल, कोटा में हुई बीमार शिशुओं की मृत्यु पर सरकार संवेदनशील है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कोटा के इस अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है। हम आगे इसे और भी कम करने के लिए प्रयास करेंगे। मां और बच्चे स्वस्थ रहें यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में सर्वप्रथम बच्चों के ICU की स्थापना हमारी सरकार ने 2003 में की थी। कोटा में भी बच्चों के ICU की स्थापना हमने 2011 में की थी। स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार के लिए भारत सरकार के विशेषज्ञ दल का भी स्वागत है।
उन्होंने कहा कि हम उनसे विचार विमर्श और सहयोग से प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं में बेहतरी के लिए तैयार हैं। निरोग राजस्थान हमारी प्राथमिकता है। मीडिया किसी भी दबाव में आए बिना तथ्य प्रस्तुत करे, स्वागत है।
राजस्थान में कोटा के सरकारी अस्पताल में 100 से ज्यादा बच्चों की मौत मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधा है। योगी ने कहा कि माताओं की गोद उजड़ना सभ्य समाज, मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं पर धब्बा है। अत्यंत क्षोभ है कि सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी महिला होकर भी इन माताओं का दुख नहीं समझ पा रही हैं। बता दें कि इस मामले को संज्ञान में लेते हुए सोनिया गांधी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से रिपोर्ट तलब की है जो उन्हें भेज दी गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ऑफिस के टि्वटर हैंडल से गुरुवार को कोटा में बच्चों के मौत मामले से जुड़े दो ट्वीट किए गए। एक ट्वीट में प्रियंका गांधी पर भी हमला बोला गया है। योगी ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा अगर उत्तर प्रदेश में राजनीतिक नौटंकी करने की जगह पर राजस्थान में उन गरीब पीड़ित माताओं से जाकर मिलतीं, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही की वजह से सूनी हो गई है तो उन परिवारों को कुछ सांत्वना मिलती। इनको किसी की न चिंता है, न कोई संवेदना, जनसेवा नहीं सिर्फ राजनीति करनी है।
2018 में हुई थीं ज्यादा मौतें
बता दें कि कोटा जिले के जेके लोन अस्पताल में दिसंबर के अंतिम दो दिन में कम से कम नौ और शिशुओं की मौत हो गई। इसके साथ ही इस महीने अस्पताल में मरने वाले शिशुओं की संख्या 100 तक पहुंच गई है। गत 23-24 दिसंबर को 48 घंटे के भीतर अस्पताल में 10 शिशुओं की मौत को लेकर काफी हंगामा हुआ था। हालांकि, अस्पताल के अधिकारियों ने कहा था कि यहां 2018 में 1,005 शिशुओं की मौत हुई थी और 2019 में उससे कम मौतें हुई हैं। बताया जा रहा है कि सभी की मौत जन्म से कम वजन के चलते हुई है।
ओम बिरला ने सीएम गहलोत को पत्र भेजा
कोटा में हुई बच्चों की मौत पर लोकसभा अध्यक्ष और कोटा सांसद ओम बिरला ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत करने का आग्रह किया है। लोकसभा अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पुनः स्मरण पत्र भेजकर संसदीय क्षेत्र कोटा के जेके लोन मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में शिशुओं की असमय मृत्यु की प्रतिदिन बढती संख्या को देखते हुए संवेदनशीलता के साथ चिकित्सा सुविधाओं के मजबूत बनाने के लिए आग्रह किया।
सोनिया ने राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष को तलब किया
इस घटना के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष अविनाश पांडे को तलब किया है। सूत्रों के मुताबिक, कोटा के अस्पताल में बच्चों की मौत को लेकर दुख जाहिर करते हुए सोनिया ने पांडे के माध्यम से राज्य सरकार को यह संदेश दिया कि इस मामले में और ठोस कदम उठाए जाएं।
मायावती ने सीएम गहलोत और प्रियंका पर साधा निशाना
गौरतलब हो कि राजस्थान के कोटा में बच्चों की हो रही मौतों पर बसपा प्रमुख मायावती ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत से माओं की गोद उजड़ना अति-दुःखद व दर्दनाक है। उन्होंने कहा कि वहां के सीएम श्री गहलोत स्वयं व उनकी सरकार इसके प्रति अभी भी उदासीन, असंवेदनशील व गैर-जिम्मेदार बने हुए हैं, जो अति-निन्दनीय है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि किन्तु उससे भी ज्यादा अति दुःखद है कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व व खासकर महिला महासचिव की इस मामले में चुप्पी साधे रखना। उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि वह यूपी की तरह उन गरीब पीड़ित माओं से भी जाकर मिलतीं, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही आदि के कारण उजड़ गई हैं।