जनजीवन ब्यूरो / वॉशिंगटन । ईरान के रेवॉल्यूशनरी गार्ड के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी को इराक में एक ऑपरेशन में ढेर करने के बाद अमेरिका और खाड़ी देश में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे हालात को देखते हुए अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल अडवाइजरी जारी कर तत्काल इराक छोड़ने को कहा है। दरअसल, सुलेमानी के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने की धमकी दी है। इसका असर विश्व के बाकी देशों पर भी दिखाई दे रहा है। भारत मध्य पूर्वी एशिया पर बहुत हद तक निर्भर है। अगर इस क्षेत्र में तनाव बढ़ता है तो भारत के व्यापार के साथ तेल आयात भी प्रभावित होगा। जिसके चलते भारत की चिंता भी काफी हद तक बढ़ गई है। आइए जानते हैं कैसे इन दो देशों के बीच होने वाले झगड़े का असर भारतीय बाजार पर पड़ेगा।
अडवाइजरी में अमेरिका ने अपने नागरिकों से कहा है कि वे या तो हवाई मार्ग से या फिर किसी अन्य देश के रास्ते से थल मार्ग से देश वापस आ सकते हैं। आपको बता दें कि इस स्थिति को देखते हुए अमेरिका ने इराक में सभी पब्लिक कॉन्स्युलर ऑपरेशन बंद कर दिए गए हैं। अमेरिकी नागरिकों से कहा गया है कि वे दूतावास का रुख न करें। इराक में मौजूद अमेरिकी नागरिकों के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया है।
बता दें कि ईरान की अत्यंत प्रशिक्षित कुद्स फोर्स के प्रमुख सुलेमानी का काफिला बगदाद एयरपोर्ट की ओर बढ़ रहा था, इसी दौरान अमेरिका ने हवाई हमला कर दिया। इस हमले में ईरान समर्थित पॉप्युलर मोबलाइजेशन फोर्स के डेप्युटी कमांडर अबू मेहदी अल मुहांदिस के भी मारे गए। बाद में अमेरिका ने ऐलान भी किया कि सुलेमानी को मारने का आदेश राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने दिया था।
ईरान की धमकी, बड़ा बदला लेंगे
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि उनका देश कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या का अमेरिका से बदला लेगा। रूहानी ने ईरान सरकार की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, ‘इस बात में कोई शक नहीं है कि महान राष्ट्र ईरान और क्षेत्र के अन्य आजाद देश अपराधी अमेरिका के इस जघन्य अपराध का बदला लेंगे।’ उधर, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा, ‘बड़ा बदला लिया जाएगा- यह शहीदी कई सालों के अथक प्रयास का पुरस्कार है।’ उन्होंने देश में तीन दिन का शोक घोषित किया है।
रूस बोला, अमेरिका के इस कदम से तनाव बढ़ेगा
सुलेमानी के मारे जाने के बाद दुनियाभर के देशों की अलग-अलग प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं। कोई संयम बरतने की बात कर रहा है तो कोई अमेरिका से बदला लेने को तैयार दिख रहा है। रूस ने कहा कि अमेरिका के इस कदम से क्षेत्र में तनाव बढ़ेगा। रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि सुलेमानी की हत्या एक खतरनाक कदम है और यह क्षेत्र में तनाव बढ़ाएगा। उधर, फ्रांस ने भी रूस के बयान को दोहराते हुए कहा है कि ईरानी जनरल की हत्या के बाद दुनिया अब और खतरनाक हो गई है। वहीं, चीन ने अमेरिका और ईरान दोनों से ही संयम बरतने की अपील की है।
सरकारी आंकड़ों मुताबिक भारत ने पिछले वित्त वर्ष में अपनी जरूरत के लिए 84 प्रतिशत कच्चा तेल ईरान से आयात किया था। इस प्रकार कुल आयात तेल के हर तीन में से दो बैरल तेल ईरान से आयात होता है। अगर अमेरिका और ईरान के बीच तनाव इसी तरह बरकरार रहता है तो इसका सीधा असर तेल के दामों पर पड़ेगा।
अमेरिका और ईरान का तनाव अगर युद्ध का रूप धारण कर लेता है तो तेल के दामों में अप्रत्याशित बढ़त होने की आशंका है, इससे उपभोक्ता वस्तुओं की कीमत बढ़ने और देश के बाहरी घाटे के बढ़ने की भी संभावना है। इसका परिणाम यह होगा कि देश की आर्थिक विकास की रफ्तार धीमी हो सकती है और अर्थव्यस्था पर इसका खासा असर देखने को मिल सकता है।
अमेरिकी कदम से इजरायल को अलग तरह की चिंता सता रही है। उसे डर है कि ईरान के समर्थन वाले लेबनान ग्रुप हमला कर सकते है और इसे देखते हुए इसने गोलन स्की रन को बंद कर दिया है। लेबनान के हिज्बुल्ला ग्रुप ने सुलेमानी की हत्या का बदला लेने का संकल्प लिया है और इसने कहा कि जिन लोगों ने सुलेमानी की हत्या की है उसे उचित दंड मिलना चाहिए।
कुछ घंटे में ही ईरान ने घोषित किया नया चीफ
सुलेमानी के बाद अब ईरान ने इस्माइल कानी को कुद्स का नया चीफ घोषित किया है। अयातुल्ला अली खामेनेई ने बयान जारी किया, ‘गौरवमयी जनरल हज कासिम सुलेमानी के शहीद होने के बाद मैं ब्रिगेडियर जनरल इस्माइल कानी को इस्लामिक रेवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के कुद्स फोर्स का नया कमांडर नियुक्त करता हूं।’