जनजीवन ब्यूरो / अमरावती । आंध्र प्रदेश में तीन राजधानी बनाने पर घमासान मचा हुआ है। विधानसभा ने तीन राजधानियों वाला प्रस्ताव पास कर दिया। जगनमोहन रेड्डी सरकार के इस प्रस्ताव का मुख्य विपक्षी दल तेलुगू देशम पार्टी ने जमकर विरोध किया। विधानसभा में हंगामा करने वाले टीडीपी विधायकों को स्पीकर ने दिन भर के लिए निलंबित कर दिया, जिसके विरोध में पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू सदन के बाहर ही धरने पर बैठ गए। पुलिस ने नायडू को हिरासत में ले लिया है और मंगलगिरि थाने लेकर गई। बाद में देर रात नायडू को रिहा कर दिया।
बता दें कि सोमवार को जगनमोहन रेड्डी सरकार ने विधानसभा में प्रदेश की तीन राजधानियों वाला प्रस्ताव पेश किया। इस दौरान सीएम के भाषण के बीच में विधानसभा में हंगामा करने के चलते स्पीकर ने टीडीपी के 17 विधायकों को दिनभर के लिए सस्पेंड कर दिया।
इस दौरान विधायक ‘जय अमरावती’ के नारे भी लगा रहे थे। विधायकों के सस्पेंशन के बाद बाद पार्टी प्रमुख और पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू विधानसभा के बाहर ही सीढ़ियों पर धरने पर बैठ गए। इसके बाद पुलिस ने उन्हें सदन के बाहर से ही हिरासत में ले लिया और मंगलगिरि थाने लेकर गई। बताया जा रहा है कि नायडू अमरावती के गांवों में जाने की कोशिश कर रहे थे।
इससे पहले, टीडीपी प्रमुख ने प्रदेश सरकार के तीन राजधानियों वाले प्रस्ताव का विरोध करते हुए उसकी जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘आज आंध्र प्रदेश के इतिहास का काला दिन है। दुनिया के किसी भी देश में किसी प्रदेश की तीन राजधानियां नहीं हैं। हम अमरावती और आंध्र प्रदेश को बचाना चाहते हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि सिर्फ मैं नहीं बल्कि प्रदेश भर में लोग इस फैसले का विरोध कर रहे हैं और वे सड़कों पर उतर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सभी को अरेस्ट कर रही है, जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।
वहीं सदन में अपने भाषण में सीएम जगनमोहन रेड्डी ने पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने नायडू को झूठा करार देते हुए कहा कि उन्होंने वही किया जो वह चाहते थे। रेड्डी ने कहा कि अपने भाषण के दौरान नायडू ने झूठ बोला था। शिवरामकृष्ण कमिटी की रिपोर्ट में स्पष्ट बताया गया था कि विकास को केवल एक स्थान तक सीमित नहीं होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि नायडू ने झूठ बोला था कि उन्होंने कमिटी की रिपोर्ट को फॉलो किया है।
जगन ने कहा कि नायडू ने वही किया जो वह चाहते थे। रिपोर्ट नई राजधानी के निर्माण के पक्ष में नहीं थी। वह (नायडू) राजधानी को एक रियल एस्टेट वेंचर बनाना चाहते थे। जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि प्रदेश के लिए विकास और कल्याण की योजनाओं की जरूरत है। ऐसे में केवल राजधानी पर ही करोड़ों रुपये खर्च करना संभव नहीं है। सीएम ने कहा, ‘मैंने सभी जाति-वर्ग के लोगों की मदद से प्रदेश में 151 सीटें जीती हैं। ऐसे में मेरे लिए सब बराबर हैं। मैं सभी क्षेत्रों का विकास चाहता हूं।’
जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि वह अमरावती से नाराज नहीं है। उन्होंने बताया, हम अमरावती को विधायी राजधानी बना रहे हैं। वहीं, विशाखापत्तनम कार्यकारी राजधानी होगी और कुर्नूल न्यायिक राजधानी होगी।