अमलेंदु भूषण खां / नई दिल्ली । सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रोड शो का बहाना बनाकर नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से अपना पर्चा दाखिल नहीं कर सके। आज तीन घंटे से इंतजार करने का आरोप बीजेपी पर लगा रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या केजरीवाल नोमिनेशन पेपर नहीं भरना चाहते हैं। सोमवार सुबह अरविंद केजरीवाल वाल्मीकि मंदिर से नामांकन दाखिल करने पहुंचे लेकिन देरी होने के चलते वे नामांकन नहीं कर सके। मंगलवार को जामनगर हाउस में नामांकन पत्र भरने पहुंचे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जब नामांकन के लिए पहुंचे तो निर्दलीय उम्मीदवारों ने उन्हें सीधे एंट्री देने का विरोध किया। बताया जाता है कि ये उम्मीदवार वहां काफी देर से वहां मौजूद थे। उम्मीदवारों ने इसके खिलाफ नारेबाजी की और पर्चे उछाले। बता दें कि केजरीवाल सोमवार को भी रोड शो के साथ पर्चा दाखिल करने पहुंचे थे, लेकिन लेट हो जाने के कारण वे नामांकन दाखिल नहीं कर पाए थे।
वहां पहले से मौजूद निर्दलीय उम्मीदवारों के विरोध के कारण ढाई घंटे से भी ज्यादा वक्त से फंसे हैं। वह 12 बजे के आसपास ही जामनगर हाउस स्थित डीएम दफ्तर पहुंच गए थे, लेकिन निर्दलीय उम्मीदवारों ने उन्हें तुरंत एंट्री देने से यह कहकर रोका कि वे पहले से यहां अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं जबकि केजरीवाल का टोकन नंबर 45 है। सीएम तब से रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय में अपनी बारी आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
आते ही अंदर चले गए केजरीवाल, भड़का गुस्सा
अनजान आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने सीएम केजरीवाल का अपनी बारी का इंतजार किए बिना नामांकन के लिए अंदर दाखिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल का टोकन नंबर 45 है और वह आते ही अंदर चले गए। वहीं, हो-हंगामा होते देख ऑब्जर्वर को बुलाया गया। उन्होंने बताया, ‘आज अभी तक कुल 53 लोगों को टोकन दिए जा चुके हैं। 3 बजे तक जितने लोग आकर टोकन नंबर ले लेंगे, वो सब आज नॉमिनेशन फाइल कर सकते हैं।’ जनजीवन ब्यूरो नई दिल्ली।
सोमवार सुबह अरविंद केजरीवाल वाल्मीकि मंदिर से नामांकन दाखिल करने पहुंचे लेकिन देरी होने के चलते वे नामांकन नहीं कर सके। जबकि भाजपा के विजेंद्र गुप्ता, ओमप्रकाश शर्मा, शैलेंद्र सिंह मोंटी, कांग्रेस की अलका लांबा सहित कई नेताओं ने नामांकन पत्र भरे। अलका लांबा महज चंद लोगों के साथ धीरपुर स्थित ऑफिस में नामांकन करने पहुंचीं। मालवीय नगर से भाजपा उम्मीदवार शैलेंद्र सिंह मोंटी लक्ष्मी नारायण मंदिर में आशीर्वाद लेने के बाद साकेत डीएम कार्यालय पहुंचे। उनके साथ समर्थकों का हुजूम था। वहीं पटपड़गंज से भाजपा के रवि नेगी और कांग्रेस के लक्ष्मण रावत, एके वालिया सहित तमाम नेताओं ने भी पर्चा दाखिल किए।
चुनाव कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार को 500 से ज्यादा नामांकन पत्र दाखिल हुए हैं। 14 जनवरी से नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई थी। रविवार को अवकाश होने के चलते नामांकन नहीं हुए थे। 14 से 18 जनवरी तक 214 नामांकन पत्र दाखिल हुए थे। वर्ष 2015 में कुल 923 नामांकन पत्र दाखिल हुए थे। इनमें से आखिरी दिन यानी 21 जनवरी 2015 को सर्वाधिक 539 पर्चे भरे गए थे। ठीक इसी तरह वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में 16 नवंबर को आखिरी दिन था, उस वक्त 748 नामांकन पत्र दाखिल हुए थे। जबकि इस पूरे चुनाव में 1188 नामांकन पत्र निर्वाचन कार्यालय को प्राप्त हुए थे।