जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। माता वैष्णो देवी दर्शन के लिए जम्मू कश्मीर सरकार के सेवा कर लगाने पर कांग्रेस ने इसे जजिया कर करार दिया है। कांग्रेस ने कहा है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कथनी और करनी में अंतर को इससे आसानी से समझा जा सकता है। इतना ही नहीं मोदी सरकार के एक साल के दौरान वैष्णों देवी के श्रधालुओं में कमी आने पर भी मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया है।
जम्मू-कश्मीर की भाजपा-पीडीपी सरकार ने 2 सितंबर को एक अधिसूचना जारी कर वैष्णो देवी तक हेलिकॉप्टर सेवा पर 12.5% सेवा कर बढ़ा दिया है। जिसके कारण अब हेलिकॉप्टर से एक तरफ का किराया 1039 रुपए से बढ़ कर 1170 रुपए हो गया है। कांग्रेस ने इसे जजिया कर करार दिया है। सरकार तर्क दे रही है कि सरचार्ज लगाकर वैष्णो देवी जाने वाले लोगों की संख्या को कम करना चाहती है।
जम्मू कश्मीर में आतंकवाद फैलने के बाद से विदेशी पर्यटकों की संख्या पहले से ही कम हो गई है। फिल्मो की शुटिंग न के बराबर हो रही है। जिसके कारण राज्य सरकार की आमदनी में काफी कमी आई है। पिछले कुछ समय से माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही थी। लेकिन पिछले एक साल के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आना राज्य सरकार की नीतियों को उजागर करती है।
गौरतलब है कि मुगल काल में जजिया कर लगा कर मुगल बादशाह आम आदमी से अनाप शनाप कर वसूलते थे। ऐसे कर के कारण मुगल शासकों की आजतक आलोचना हो रही है।
वैष्णो देवी यात्रा के लिए हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करने वाले श्रद्धालुओं से सरचार्ज लेने पर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा कि केंद्र और जम्मू-कश्मीर की सरकार यात्रियों से मनमाने कर वसूल रही है यही वजह है कि वैष्णों देवी आने वाले श्रद्धालुओं का संख्या 93 लाख से घटकर 78 लाख हो गई है, जो लोग यात्रा के लिए हेलिकॉप्टर की मांग करते हैं, उन्हें 12.5 फीसदी सरचार्ज भी देना पड़ता है।
सिंघवी ने आरोप लगाया कि सरकार को पता है कि सिर्फ सक्षम लोग ही हेलिकॉप्टर की डिमांड करेंगे, इसलिए वह सरचार्ज के तौर पर जजिया कर वसूल रही है।
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