जनजीवन ब्यूरो / मेरठ । यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 29 जनवरी को काशी में गंगा यात्रा के स्वागत और आगे रवानगी के लिए उपस्थित रहेंगे। आस्था की प्रतीक गंगा की अविरलता और निर्मलता से आर्थिक विकास की यात्रा मंगलवार को बलिया के बाद गाजीपुर होते हुए काशी पहुंच चुकी है। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री सुबह लगभग नौ बजे पुलिस लाइन हेलीपैड पर पहुंचेंगे। इसके बाद वह सीधे अस्सी घाट पहुंच कर गंगा यात्रा में शामिल होंगे। वहां से जलमार्ग से रामनगर जाएंगे और प्रभु नारायण इंटर कालेज ग्राउंड में आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह यात्रा को मीरजापुर के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। जिले में गंगा यात्रा के स्वागत में केंद्र और राज्य के आधा दर्जन से अधिक मंत्री शामिल होंगे। 27 से 31 जनवरी तक गंगा यात्रा 27 जिले, 21 नगर निकाय, 38 ग्राम पंचायत 1358 किलोमीटर की यात्रा तय करेगी। 28 जनवरी को गंगा यात्रा का पहला पड़ाव बनारस होगा।
इतना ही नहीं केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे व दशाश्वमेध घाट पर आयोजित गंगा यात्रा कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसी प्रकार केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय भैसासुर घाट पर यात्रा के स्वागत में रहेंगे। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य गंगा यात्रा को गाजीपुर से लेकर संदहा पहुंचेंगे। वह राजघाट और दशाश्वमेध घाट के कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद शाम को साढ़े पांच बजे सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद बाबतपुर से लखनऊ चले जाएंगे। नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन भी सुबह सर्किट हाउस पहुंचेंगे और दो दिवसीय प्रवास के दौरान गंगा यात्रा के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। साथ ही ग्राम्य विकास विभाग के मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह, अनिल राजभर, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, स्टांप व निबंधन मंत्री रवींद्र प्रसाद जायसवाल, पर्यटन व धर्माथ मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी गंगा यात्रा में विभिन्न स्थानों पर मौजूद होकर स्वागत करेंगे।
गंगा की स्वच्छता, निर्मलता एवं अविरलता बनाए रखने के लिए लोगों में जनचेतना एवं जन जागरूकता पैदा किए जाने के उद्देश्य से योगी सरकार गंगा यात्रा निकाल रही है। बलिया से निकली गंगा यात्रा मंगलवार को वाराणसी पहुंचेगी। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. नीलकंठ तिवारी ने चौकाघाट स्थित सांस्कृतिक संकुल अर्बन हाट में सूचना विभाग की ओर से आयोजित गंगा यात्रा एवं विकास विषयक चित्र प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि गंगा नदी हमारी सभ्यता एवं संस्कृति से जुड़ी हैं। मानव समाज के लिए गंगा लाइफ लाइन है। गंगा देश का मान बढ़ाती हैं और दुनिया में पहचान दिलाती। गंगा नदी भारत की आत्मा है। अविरल एवं निर्मल गंगा धारा हम सबके जीने का सहारा है। पर्यटन मंत्री ने कहा कि गंगा हमारी सभ्यता एवं संस्कृति से जुड़ी है। गंगा के किनारे के गांवों को चिन्हित कर पर्यटन की दृष्टि से उसमें गेस्ट हाउस, पार्क, पाथ-वे आदि विकसित किए जाने के लिए प्रदेश सरकार ने भागीरथ सर्किट बनाए जाने का भी निर्णय लिया गया है। पर्यटन विभाग को भागीरथ सर्किट का डीपीआर तैयार करने का निर्देश दिया गया है। शीघ्र ही डीपीआर भारत सरकार को भेजा जाएगा। भागीरथ सर्किट विकसित होने से जहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वही गंगा के किनारे केगांवों में रहने वालों का आर्थिक विकास भी होगा।
करीब चार घंटे की देरी से पहुंची यात्रा का जगह-जगह जोरदार स्वागत हुआ। यात्रा का नेतृत्व कर रहे उपमुख्यमंत्री ने संदहा के अटल चौराहे पर आयोजित सभा में सभी से संकल्प का आह्वान करते हुए कहा कि मां गंगा केवल हमारी धार्मिक आस्था की ही प्रतीक नहीं हैं बल्कि इससे आर्थिक विकास का रास्ता निकलता है। इसे अविरल और निर्मल रखना है। इसके लिए हम लोग कटिबद्ध हैं।
यात्रा के गाजीपुर से वाराणसी की सीमा में प्रवेश करने पर रजवाड़ी में कई मंत्रियों और नेताओं ने जोरदार स्वागत किया। आगे बढऩे पर चौबेपुर, उमरहां, संदहा, सारनाथ, पुलिस लाइन चौराहा, चौकाघाट पर जगह-जगह बच्चों और जनता ने स्वागत किया। वे हाथों में तख्तियां लिए थे जिन पर गंगा की निर्मलता और अविरलता और पर्यावरण से संबंधित स्लोगन लिखे हुए थे।
सभी ने गंगा मईया की जय, हर-हर महादेव, देश धर्म का नाता है गंगा हमारी माता है, युगों-युगों से नाता है गंगा हमारी माता है जैसे नारे लगाकर जोरदार स्वागत किया। यात्रा में केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडेय, सूबे के मंत्री अनिल राजभर, सूर्य प्रताप शाही, भाजपा जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष डा. राकेश त्रिवेदी आदि शामिल रहे। यात्रा के स्वागत में पूरी प्रशासनिक मशीनरी भी चौकस रही।
गंगा को स्वच्छ व निर्मल बनाने को लेकर लोगो मे जागरूकता हेतु निकाली गई गंगा यात्रा का मंगलवार को भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ में हर हर महादेव के उदघोष के साथ पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया।
सिंहपुर रिंगरोड से गंगा यात्रा जैसे ही सग्रहालय के सामने पहुँची वहाँ पहले से कतार मर खड़े महाबोधि इंटर कालेज के छात्र तख्ती पर लिखे ” गंगा तेरा पानी अमृत” ” गंगा को निर्मल करने में सहयोग करे”, जैसे श्लोगन के साथ छात्र एंव सयुक्त शिक्षा निदेशक अजय द्विवेदी, जिला विद्यालय निरीक्षक विजय प्रकाश , शिव पूजन द्विवेदी, प्राचार्य बेनीमाधव, अंकुर श्रीवास्तव, धर्मेन्द्र, ने गंगा यात्रा रथ पर गुलाब की फखुडियो की बौछार कर स्वागत किये। गंगा यात्रा रथ को देखने के लिए सड़क के दोनों तरफ पर्यटकों की कतारें लगी थी । गंगा यात्रा हवेलियां चौराहा , पुराना आरटीओ होते पहड़िया के लिए रवाना हुआ ।
रामनगर किला चौक पर गंगा यात्रा का स्वागत होगा। 10.15 बजे रामनगर चौक से सिंघापुर तिराहा से होते हुए गंगा यात्रा अखरी चौराहा पहुंचेगी। 10.50 बजे गंगा यात्रा अखरी से बछाव सड़क मार्ग द्वारा पहुंचेगी। गंगा यात्रा 11.15 बजे बछाव से द्वारा चुनार के लिए प्रस्थान करेगी।
जीवन का है यह अधिकारी, विश्व रहे सदा हरियालीदार,पेड़ पौधे मत करो नष्ट, सांस लेने में होगा कष्ट, पेड़ हमारी जान है, इनका न करो हत्या, पतझड़ हुए बिना पेड़ों पर नए पत्ते नहीं आते,कठिनाई और संघर्ष सहे बिना अच्छे दिन नहीं आते।इत्यादि सहित अन्य स्लोगन लिखी तख्तियां लिए सैकड़ों छात्रों ने मंगलवार की शाम गंगा तट के पूर्वी छोर पर बसे सांसद आदर्श ग्राम डोमरी में मानव श्रृंखला बना गंगा यात्रा का भव्य स्वागत किया।गंगा की अविरलता व पवित्रता बनाए रखने की अपील की गई।छात्रों ने मानव श्रृखंला के माध्यम से गंगा को स्वच्छ बनाने का संदेश दिया। उक्त कार्यक्रम विकास इण्टर कालेज परमानंदपुर, सम्भागीय परिवहन अधिकारी, उप्र प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड तथा सीपीसी इण्डिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में सफाई जागरूकता के साथ ही गंगा नदी को स्वच्छ रखने हेतू लोगों को जागरूक किया गया।इस मौके पर प्रदूषण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कालिका सिंह ने कहा कि सरकारी एजेंसियों के प्रयास के अलावा गंगा की पवित्रता बनाए रखने में जनता का सहभागिता भी जरूरी है। छात्रों ने मानव श्रृंखला बनाकर समाज को संदेश देने का प्रयास किया कि प्रदूषण नियंत्रण हेतु समाज में चेतना विकसित किया जाए, कि प्रतिबंधित श्रेणी के प्लास्टिक कूड़ा करकट का त्याग करें। जूट का बैग ही इस्तेमाल करें। घरों का कूड़ा निर्धारित डस्टबिन में फेंके। गंगा या गंगा की सहायक नदियों में कोई भी व्यक्ति कूड़ा कचरा या गंदगी ना करें। जो ऐसा करें उनको जागरुक कर गंगा के महत्व को बताया जाएं। पूरा प्रयास रहे कि कपड़ा या साबुन भी गंगा में ना धोयें। सीवर ही नहीं अन्य कूड़ा करकट भी गंगा को प्रदूषित करते हैं। हम सभी जागरूक होंगे तभी गंगा की पवित्रता व अविरलता सुनियोजित किया जा सकता है। इस मौके पर एआरटीओ अरुण राय, सचिन मिश्रा, राजनाथ चौधरी, एसके पाण्डेय, शिवम त्रिपाठी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
गंगा यात्रा गाजीपुर से सड़क मार्ग चल कर रजवाड़ी में जिले की सीमा में प्रवेश की। रजवाड़ी में टोल प्लाजा पर भव्य स्वागत किया गया। स्वागत का यह सिलसिला हर चौराहे से होता हुआ गंगा तट राजघाट स्थित भैसासुर घाट तक जारी रहा। इसमें नागरिकों, स्कूली बच्चों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। प्रदेश सरकार के इस कार्यक्रम में भाजपा संगठन ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।