मृत्युंजय कुमार / नई दिल्ली । नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले व बिहार के सीतामढ़ी में दो गुटों के बीच हुई झड़प ने हिंसक रूप ले लिया। दोनों गुटों के बीच देसी बम फेंके गए और गोलियां भी चलाई गईं। पश्चिम बंगाल पुलिस के अनुसार झड़प के दौरान दो व्यक्तियों की मौत हो गई है, जबकि एक व्यक्ति घायल हुआ है। घायल व्यक्ति को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। बिहार के सीतामढ़ी में सीएए और एनआरसी को लेकर दो गुट आपस में भिड़ गए, जिसमें 15 लोग घायल हो गए।
अधिकारी ने बताया कि घायलों को मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हिंसा की खबरें सामने आने के बाद नियंत्रण के लिए पुलिस की टीम को मौके पर भेजा गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीएए को लेकर जलंगी में दो समूहों के बीच बहस शुरू हो गई जो झड़प में बदल गई।
कोलकाता का शाहीन बाग
वहीं कोलकाता के पार्क सर्कस मैदान में धरने पर बैठी 60 मुस्लिम महिलाओं ने बुधवार को 23 वें दिन भी अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा। इस मैदान को ‘कोलकाता का शाहीन बाग’ कहा जा रहा है। इनमें गृहणियों से लेकर पेशेवर महिलाएं तक शामिल हैं, जिनके वहां से हटने की फिलहाल कोई योजना नहीं दिख रही है।
धरने पर बैठी महिलाओं में से एक गृहिणी परवीन नजीर का मानना है कि इस प्रदर्शन की सबसे बड़ी ताकत यह है कि प्रदर्शनकारी किसी राजनीतिक समूह से जुड़े नहीं हैं। उसने कहा, ‘हमारी एकमात्र पहचान यह है कि हम भारतीय हैं, और हम महिलाएं हैं, जो किसी ताकत से नहीं डरती।’ भाजपा ने आरोप लगाए हैं कि ये प्रदर्शनकारी भारतीय नहीं, बल्कि घुसपैठिए हैं, जिसपर नजीर ने कहा कि हम कई पीढ़ियों से यहां रह रहे हैं, सदियों से हिंदुओं के साथ दुर्गा पूजा समारोहों में भाग लेते आ रहे हैं।
बिहाल के सीतामढ़ी जिले में एक गुट सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं दूसरा गुट इसके समर्थन में रैली निकाल रहा था। तभी दोनों गुट किसी बात को लेकर आपस में भिड़ गए। पुलिस ने बताया कि दोनों गुटों के बीच लात-घूंसे और लाठी-डंड़े चलने लगे जिससे इस घटना में 15 लोग घायल हो गए हैं।
दोनों गुटों के बीच हुए इस झड़प के कारण इलाके में तनाव का माहौल हैं, जिसके चलते इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।