जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। बीमा के महत्व को रेखांकित करते हुए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि बीमा पद्धतियों में थोड़े प्रक्रियात्मक बदलाव के साथ, सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी लाई जा सकती है।
गडकरी ने ‘मोटर वाहन बीमा और सुरक्षा’ पर आयोजित एक कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि बीमा भुगतान के लिए पीड़ितों को बीमा कंपनियों के बार बार चक्कर लगाने पड़ते हैं। कंपनियों के कर्मचारी पीड़ितों के साथ संवेदनशीलता से पेश नहीं आते हैं और उन्हें कागजी कार्रवाई पूरा करने के लिए परेशान किया जाता है। इससे भ्रष्टाचार भी बढता है और लोगों की परेशानी भी समय पर हल नहीं हो पाती है इसलिए बीमा भुगतान समय पर हो इसके लिए नियम बनाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमारे यहां सबसे ज्यादा 18 से 35 साल के युवा सड़क दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं। देश में हर साल पांच लाख लोग इन दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं और इनमें 65 प्रतिशत 18 से 36 साल की उम्र के बीच लोग होते हैं। उन्होंने कहा कि इस आंकड़े में कमी लाना आवश्यक है इसलिए नये मोटर वाहन नियम का सख्ती से पालन किया जाना आवश्यक है।
केंद्रीय मंत्री ने सडक सुरक्षा के लिए संवेदनशीलता के साथ काम करने का आग्रह करते हुए कहा है कि दुर्घटना के समय कैशलेस इलाज के बारे में तत्काल निर्णय लिए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है और इससे कई लोगों की जान बचाई जा सकती है। सड़क दुर्घटनाओं के कारण देश को हर साल तीन प्रतिशत सकल घरेलू उत्पाद-जीडीपी का नुकसान होता है। इस नुकसान को कम करने के लिए सड़कों की इंजीनियरिंग आदि पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। दुनिया के 199 देशों में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं भारत में होती है और दूसरे नम्बर पर चीन का स्थान है।
उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा पर फास्टैग व्यवस्था शुरू की गयी है और इससे टोल संग्रह पिछले कुछ दिन में 68 प्रतिशत से बढकर 87 प्रतिशत हो गया है और जल्द ही यह सौ फीसदी तक पहुंच जाएगा। उनका मंत्रालय एक मोटर वाहन दुर्घटना कोष बनाने पर विचार कर रहा है, जो हिट एंड रन मामलों के मुआवजे के लिए राशि देगा। निधि का उपयोग दुर्घटना पीड़ितों के चिकित्सा उपचार के लिए भी किया जाएगा। उन्होंने कहा, हिट एंड रन मामलों में मुआवजा राशि बढ़ाकर 2 लाख रुपये कर दी गई है, जबकि ऐसे मामलों में घायल लोगों के लिए यह अब 50 हजार रुपये है।