जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर जासूसी करने का आरोप लगाया है। पार्टी के दो सांसदों भगवंत मान और धर्मवीर गांधी के बीच टेलीफोन बातचीत का एक क्लिप लीक होने के बाद इस क्लिप से संकेत मिलता है कि पंजाब इकाई पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से असंतुष्ट है।
मान बातचीत के क्रम में गांधी से कहते सुनाई दे रहे हैं कि उन्हें उनकी लोकप्रियता के कारण चुनाव में विजय मिली आप की ‘झाड़ू’ की वजह से नहीं और जो लोग उनके खिलाफ काम कर रहे थे, उन्हें राज्य इकाई का प्रभारी बना दिया गया है।
मान को कहते सुना जा सकता है, ‘‘जिन लोगों ने हमारे खिलाफ काम किया। जिन्होंने हमारी जीत पर अफसोस किया, उन्हें हमारा प्रभारी बना दिया गया है।’’ बातचीत को स्वीकार करते हुए गांधी ने कहा कि मान अपने दिल से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह बातचीत फरवरी में अरविन्द केजरीवाल के मुख्यमंत्री पथ की शपथ लेने के एक दिन पहले हुयी थी।
गांधी ने क्लिप के लीक होने में किसी भूमिका से इंकार करते हुए कहा, ‘‘ मान ने जो कुछ कहा है, वह सही है। उन्होंने अपने दिल की बात की है।’’ गांधी को पिछले महीने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते आप से निलंबित कर दिया गया था।
उन्होंने कहा कि मेरे फोन में रिकार्ड की सुविधा नहीं है। मान ने सधी हुयी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें केजरीवाल के नेतृत्व में कोई संदेह नहीं है और वह आप के ‘‘निष्ठावान’’ सिपाही हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ यह गंदी राजनीति का नतीजा है और पंजाब में आप के उदय को रोकने के लिए ऐसा किया जा रहा है। हम :बातचीत में: मूल रूप से यह कह रहे हैं कि अगर पार्टी की पंजाब इकाई में गुटबाजी है तो हमें दिल्ली को सूचित करना चाहिए।’’ पार्टी ने हालांकि केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि उसने अपने सांसदों से उनके फोन टैप होने के बारे में लोकसभाध्यक्ष को पत्र लिखने के लिए कहा था। पार्टी ने कहा कि बातचीत में मान द्वारा उठाए गए मुद्दे किसी ‘‘महत्व’’ के नहीं हैं।
आप प्रवक्ता दीपक बाजपेयी ने कहा कि बातचीत की सामग्री का कोई महत्व नहीं है। यह मामूली बातें हैं। लेकिन बड़ी बात यह है कि केंद्र सांसदों के खिलाफ कैसी चालें चल रहा है।