जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद से इस्तीफे की चर्चा पर मनोज तिवारी ने स्पष्ट कहा है कि न तो किसी ने इस्तीफा मांगा है और न ही इस्तीफे की कोई पेशकश की है। भविष्य में उनकी भूमिका क्या होगी, यह पार्टी का आंतरिक मामला है।
पिछले साल लोकसभा चुनाव और 2017 के एमसीडी चुनाव में दिल्ली भाजपा का नेतृत्व कर जीत दिलाने वाले तिवारी विधानसभा में जीत दर्ज कराने में सफल नहीं साबित हो सके। आम आदमी पार्टी के हाथों करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। उनसे जब यह पूछा गया कि क्या वह भाजपा को मिली हार के बाद इस्तीफा देंगे।
तिवारी ने इसके बाद कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है। अगर ऐसा कुछ होता है तो सूचना दूंगा। हालांकि यह बात अलग है कि प्रदेश अध्यक्ष के पद पर मनोज तिवारी का तीन साल का कार्यकाल समाप्त हो गया है। संभव है कि पार्टी उन्हें कोई नई जिम्मेदारी सौंपे और दिल्ली प्रदेश में चुनाव कराकर नया अध्यक्ष चुना जाए।
भाजपा के जीते विधायक के विवादित बोल
चुनाव परिणाम आने के बाद भी भाजपा नेताओं के विवादित बोल नहीं थम रहा है। निवनिर्वाचित भाजपा विधायक ओपी शर्मा ने एक बार फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री को आतंकवादी करार दिया है। केजरीवाल को पाकिस्तानी सेना का प्रवक्ता भी ठहराया है।
उन्होंने कहा है कि जब सर्जिकल स्ट्राइक हुई तो जो बात पाकिस्तान की सरकार बोल रही थी वहीं बात केजरीवाल भी कहते थे। भारतीय सेना के शौर्य पर भी सवालिया निशान लगाया। तर्क दिया कि जब दोनों की एक ही भाषा है तो ऐसे में वह पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता हुए।
ओपी शर्मा ने केजरीवाल को सबसे भ्रष्ट नेता भी बताया। कहा कि वह जेएनयू में टुकड़े.टुकड़े गैंग के साथ खड़े होने वालों में से एक है। ऐसा व्यक्ति राष्ट्रभक्त नहीं हो सकता। पार्टी की हार पर कहा कि पार्टी इसकी समीक्षा करेगी। हार और जीत नई चीज नहीं हैए भाजपा ने दिल्ली की सातों सीटें दो बार जीती हैं। दिल्ली की जनता की आंखों में धूल झोंकने में केजरीवाल कामयाब हुए हैं। जल्द उनकी कलई खुलेगी।