मृत्युंजय कुमार
नई दिल्ली। खाली हो रहे राज्यसभा सीट को भरने के लिए कांग्रेस पार्टी में सियासत हलचल तेज हो चुकी है। इस बावत कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, भंवर जीतेंद्र सिंह, रणदीप सिंह सुरजेवाला,आर पी एन सिंह, राजीव अरोड़ा, जतिन प्रसाद , तारिक अनवर, मुकुल वासनिक, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, और ज्यांतिरादित्य समेत कई नाम को लेकर कयास लगाए जा रहें हैं। बताया जा रहा है कि इन सीटों के लिए चुनाव की प्रक्रिया 15 मार्च तक पूरी हो जाएगी। हालांकि इस बारे में निर्वाचन आयोग की ओर से राज्यसभा का चुनाव कार्यक्रम जारी होना अभी बाकी है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक राजस्थान से राज्यसभा की तीन सीटें 10 अप्रैल को खाली होने जा रही हैं। लिहाजा प्रदेश में तीनों सीटों को लेकर कांग्रेस और भाजपा की तैयारियां तो शुरू हो गई है लेकिन वोटों के गणित के मुताबिक राज्यसभा की खाली होने वाली तीनों सीटों में से दो सीटों पर कांग्रेस का पलड़ा भारी रहने वाला है। कांग्रेस रणनीतिकार का मानना है कि राजस्थान से कांग्रेस के जिम्में आ रही राज्यसभा सीट से एक प्रत्याशी राजस्थान राज्य से होना चाहिए। बांकि 1 कांग्रेस आलाकमान जिसे निर्देशित करें। पार्टी का मानना है कि राजस्थान के भीतर से प्रत्याशी न होने से प्रदेश के अंदर एक गलत संदेश जा सकता है। क्योंकि इससे पहले राजस्थान में खाली हुए 1 सीट पर कांग्रेस ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चुनकर भेज दी है। ऐसी सूरत में प्रदेश के अंदर से एक प्रत्याशियों का चयन होना लाजिमी है। ऐसी परिस्थिति में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नजदीकी भंवर जितेंद्र सिंह का नाम रेस में आगे चल रहा है। यदि भंवर जितेंद्र सिंह का नाम पर आम राय बनाती हैं,तो फिर प्रदेश नेतृत्व प्रदेश संगठन से राजीव अरोड़ा का नाम पार्टी आलाकमान के पास भेज सकती है। इन परिस्थिति में दोनों प्रत्याशी राजस्थान से हो जाएंगे। हलांकि सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा और आवास आंवटन को देखते हुए पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी को राज्यसभा से लाया जा सकता है। लेकिन प्रियंका किस राज्य से चुनकर आना चाहती हैं,वह निर्णय खुद प्रियंका गांधी लेगी।
बहरहाल कांग्रेस को राज्यसभा के लिए छत्तीसगढ़ से 2, झारखंड से 1-2, महाराष्ट्र से 1, मध्यप्रदेश से 1 और बिहार से लालू के सहयोग से 1 सीट मिलने का संकेत है।