अमलेंदु भूषण खां
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की कमान संभालने वाले पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भावी चुनौतियों के बावत तत्काल काम शुरू कर दिया है। इस बावत पूरी मुस्तैदी के साथ उन्होंने अलग-अलग कई बैठकें कीं और सभी पदाधिकारियों को भविष्य के लिए कमर कस कर तैयार रहने को कहा। माना जा रहा है कि नई टीम के साथ राष्ट्रीय परिषद की बैठक में वह बतौर अध्यक्ष भावी चुनौतियों का ध्यान दिलाते हुए अपनी सोच रखेंगे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक चुनावी लिहाज से बिहार में एक राजग गठबंधन विपक्ष के मुकाबले काफी आगे खड़ा है। ऐसे में उन्हें 2021 की तैयारियों पर ही ध्यान केंद्रित करना है। जहां बंगाल , असम, तमिलनाडू, केरल और पुडूचेरी का विधानसभा होना है। इस बावत वे अपनी नई टीम गठन को लेकर देशभर के सभी प्रदेश संगठन से बकायदा सुझाव मांगे है। जिसमें स्पष्टतौर पर बता दिया गया है कि महिला,पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति/जनजाति समेत दलित वर्ग को ध्यान रखते हुए सुझाव दें। चर्चा है कि आगमी दिनों में मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार व फेरबदल हो सकता है। जिसमें कई मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है। ऐसे मंत्रियों का अुनभव भाजपा अध्यक्ष संगठन में लाकर कर सकते है।
बताया जा रहा है कि महासचिवों की कई रिक्तियां जहां भरी जाएंगी वहीं कुछ पुराने महासचिव हटाए भी जा सकते हैं। पार्टी की सर्वोच्च निर्णायक संस्था संसदीय बोर्ड के गठन पर सबसे ज्यादा नजर है। दरअसल एम वेंकैया नायडू के उपराष्ट्रपति बनने और सुषमा स्वराज, अरुण जेटली तथा अनंत कुमार की मृत्यु के कारण बोर्ड में चार रिक्तियां हैं। यह तो तय है कि संसदीय बोर्ड सचिव के लिए किसी एक महासचिव को बोर्ड में लाया जाएगा। किसी एक महिला को भी इसमें स्थान दिया जाएगा।