जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए चुनाव आयोग ने कहा है कि पांच चरणों में चुनाव होंगे। पहले दौर का मतदान 12 अक्टूबर को, दूसरे दौर 16 अक्टूबर, तीसरे दौर 28 अक्टूबर, चौथे दौर 1 नवंबर और पांचवें दौर का मतदान 5 नवंबर को कराए जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम अहमद जैदी ने कहा कि 8 नवंबर को वोटों की गिनती की जाएगी और ज्यादतर परिणाम उसी दिन आ जाने की संभावना है।
नसीम अहमद जैदी ने कहा कि पहले चरण में 49 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होंगे। जिनमें समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा और जमुई जिले के विधानसभा शामिल हैं। दूसरे चरण में कैमूर, रोहतास, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद और गया जिले के 32 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान कराए जाएंगे। चुनाव के तीसरे चरण में पटना,सारण, वैशाली, नालंदा,भोजपुर और बक्सर जिले के 50 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे। चौथे चरण में 55 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान कराए जाएंगे। इनमें पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज और सिवान जिले शामिल हैं। पांचवें और अंतिम चरण में सबसे ज्यादा 57 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होंगे। इनमें मिथिलांचल के दरभंगा, मधुबनी, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, अररिया, किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया जिले शामिल हैं।
पहले दौर के चुनाव की अधिसूचना 16 सितंबर को जारी की जाएगी और 23 सितंबर तक नामांकन होगा। कमज़ोर तबके की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जायेगा ताकि उनकी वोटो का दुरूपयोग न हो। 29 नवंबर को बिहार विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है।
कार्यक्रम की घोषणा करते हुए जैदी ने कहा कि बिहार के 243 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 66826658 मतदाता चुनाव प्रकिया में हिस्सा लेंगे। 38 विधानसभा सीटें एससी के लिए और दो सीटें एसटी उम्मीदवारों के लिए सुरक्षित हैं। शांति पूर्ण मतदान के लिए राज्यभर में 62779 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। जैदी ने आगे बताया, चुनाव के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर खास नजर रहेगी और ऐहतियातन सभी मतदान केंद्रों की वीडियोग्राफी की जाएगी। हर विधानसभा क्षेत्र में दो मॉडल पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे। चुनाव प्रकिया के लिए 243 पर्यवेक्षक बनाए जाएंगे।
राज्य के 38 जिलों में से 29 जिले नक्सल प्रभावित हैं और 47 विधानसभा क्षेत्र उग्रवाद प्रभावित हैं जिसके लिए सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जाएंगे। मतदान के पहले चरण से लेकर आखिरी चरण तक के आधे घंटे बाद तक एक्जिट पोल की इजाजत नहीं होगी। शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक चरण में अर्धसैनिक बलों के करीब 50-50 हजार जवान तैनात किए जाएंगे। जैदी ने कहा कि बिहार में तत्काल प्रभाव से आचार संहिता लागू हो गया।