जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : पूरी दुनिया में दहशत फैलाने वाला कोरोना वायरस से पीड़ितों के मामले देश में लगातार सामने आ रहे हैं। सोमवार को दो नए मामले आने के बाद मंगलवार को उत्तर प्रदेश के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में छह लोगों के नमूनों को अंतिम पुष्टि के लिये एनआईवी पुणे भेजा गया है। लोगों के मन में कोरोना का खौफ है लेकिन सरकार लगातार अपील कर रही है कि किसी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है। मंगलवार शाम को दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कोरोना के बारे में अहम जानकारी साझा की। स्वास्थ्य मंत्री ने अपील करते हुए कहा कि लोगों को घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। सत्येंद्र जैन ने बताया 25 अस्पतालों में कोरोना से निपटने की व्यव्स्था की गई है, साढ़े 3 लाख N95 मास्क की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा, इसको लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है, केवल सावधानियां बरतें। हाथ धोकर ही आंखों, मुंह आदि को छुएं। उन्होंने कहा, दिल्ली में कोरोना को लेकर काफी तैयारियां की है, इसमें ऐहतियात बरतने की जरूरत है। वहीं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया दिल्ली का जो मामला बताया जा रहा है, उसमें पीड़ित शख्स एक ही है।
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने मंगलवार को बताया, किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में जिन छह लोगों के टेस्ट किये गये थे, उसमें वे पॉजिटिव आये हैं। मगर केन्द्र सरकार के जो नियमन हैं उनके अनुसार देश में कहीं भी कोई नमूना पॉजिटिव दिखायी देगा तो एनआईवी पुणे से ही उसकी पुष्टि होती है।
उन्होंने कहा, एनआईवी से पुष्टि के लिये नमूने भेजे गये हैं। इसको हम लोग मानते हैं कि वे सभी ‘हाई रिस्क’ में हैं। सिंह ने कहा कि आगरा के निवासी वे सभी छह लोग पहले ही सफदरजंग अस्पताल में भेजे जा चुके हैं। इन सभी को कोरोना का संक्रमण है या नहीं यह पुणे की एनआईवी लैब से पता चलेगा।
फिलहाल इन्हें ‘हाई रिस्क’ की श्रेणी में माना जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, एक परिवार यूरोप में छुट्टी मनाने गया था, वह दिल्ली लौटा जहां उसके सभी रिश्तेदार इकट्ठा हुए। उन रिश्तेदारों में से कुछ आगरा के, कुछ दिल्ली के और कुछ नोएडा के थे।
* कोरोना वायरस के डर को लेकर नोएडा के दो स्कूल बंद
नोएडा के दो निजी स्कूलों ने मंगलवार से अगले कुछ दिन के लिए अपने यहां कक्षाएं रद्द कर दी हैं। अधिकारियों ने बताया कि एक छात्र के पिता में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद एहतियातन यह कदम उठाया गया है। दोनों स्कूलों ने अभिभावकों को संदेश भेजकर कक्षाएं रद्द होने की सूचना दी है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को ही कोरोना वायरस के दो मामलों की पुष्टि की है। इनमें से एक दिल्ली में है। जिस स्कूल के छात्र के पिता में संक्रमण की पुष्टि हुई है, उसका कहना है कि चार से छह मार्च तक उसके यहां कक्षाएं बंद रहेंगी। प्राइमरी के इस बच्चे के माता-पिता ने पिछले ही सप्ताह उसके जन्मदिन की पार्टी दी थी। इस कारण अन्य बच्चों में भी संक्रमण फैलने का खतरा है।
230 बेड, 12 जगहों पर मेडिकल टेस्ट का इंतजाम
सत्येंद्र जैन ने बताया कि 25 अस्पतालों में कोरोना से निपटने की व्यवस्था की गई है। 230 बेड्स तैयार हैं। वहीं, 12 जगहों पर मेडिकल टेस्ट का इंतजाम किया गया है। इसके अलावा साढ़े 3 लाख N95 मास्क की व्यवस्था की गई है। दिल्ली में कोरोना के मामलों की संख्या पर उन्होंने बताया कि अभी तक 1 मामले की पुष्टि हुई है।
कोरोना वायरस: घबराने नहीं, जागरूक रहने का वक्तदिल्ली-एनसीआर में सोमवार से कोरोना वायरस को लेकर लोगों में दहशत का माहौल है। सोशल मीडिया पर तमाम तरह की बातें कही जा रही हैं, लेकिन ऐसे वक्त में आपको घबराने की नहीं बल्कि जागरूक रहने की जरूरत है। देखिए कोरोना वायरस से आपको क्यों नहीं घबराना चाहिए।
मरीज और हेल्थ स्टाफ को मास्क लगाने की जरूरत
डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि अभी दिल्ली में 1 व्यक्ति में कोरोना की पुष्टि हुई है। उनके संपर्क में जो भी 10-12 लोग जो आए हैं, उनको अलग रखा गया है और उनसे बात हो रही है व जांच भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि नोएडा और दिल्ली का जो मामला बताया जा रहा है, उसमें पीड़ित शख्स एक ही है। उन्होंने कहा कि पैनिक होने की जरूरत नहीं है। अगर किसी में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो उसे घबराने की जरूरत नहीं है। मरीज और हेल्थ स्टाफ को मास्क लगाने की जरूरत है।
अब समझिए किस बात की ज्यादा टेंशन
दरअसल, राजधानी के एक पांच सितारा होटल ने कुछ कर्मचारियों को 14 दिन तक अपने घर में अलग रहने के लिए कहा है। ये सभी कर्मचारी 28 फरवरी को होटल के उस रेस्तरां में मौजूद थे जहां कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति ने रात में खाना खाया था। होटल ने कहा है कि इसने सरकारी परामर्श के अनुसार होटल में सभी एहतियाती कदम उठाए हैं। सरकारी अधिकारियों ने हाल ही में पुष्टि की है कि 28 फरवरी, 2020 को हयात रीजेंसी दिल्ली में ला पियाजा रेस्तरां में भोजन करने वाले एक व्यक्ति को कोविड-19 से संक्रमित पाया गया है।’ ऐसे में उस दिन संक्रमित व्यक्ति के आसपास मौजूद लोगों की टेंशन बढ़ना लाजिमी है। आशंका यह भी है कि इससे कुछ और लोग चपेट में न आ गए हों।