जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हमले से नाराज कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि मोदी दगाबाज है इसका फैसला जनता करेगी जिसने लोगों से किया गया वादा पूरा नहीं किया। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि देश यह फैसला करेगा कि कौन हवाबाज और दगाबाज है।
भोपाल में विश्व हिंदी सम्मेलन में भाग लेने गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से की गई हवाबाजी संबंधी टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि देश के विकास, जनता की भलाई के काम और लोकतंत्र के मार्ग में ‘हवालाबाज’ रुकावटें खड़ी कर रहे हैं और कालेधन पर सरकार की ओर से सख्त कानून बनाने से परेशान हो गए हैं। और अब ऐसे हवालेबाज लोग हमसे हिसाब मांग रहे हैं। कालेधन पर कठोर कानून से हवालेबाजों के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई है, वे परेशान हो गए हैं।
मोदी ने कहा कि हवालेबाज लोकतंत्र के मार्ग में रुकावटें डालने का काम कर रहे हैं। संसद में जीएसटी विधेयक पारित नहीं होने देने के लिए भी कांग्रेस पर निशाना साधा।
सुरजेवाला ने कहा कि मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले वादा किया था कि सरकार विदेशों में स्थित कर पनाहगाहों से वापस लाए गए कालेधन में से प्रत्येक नागरिक के बैंक खाते में 15 लाख रूपये जमा करेगी। इस दावे को बाद में उनकी पार्टी के अध्यक्ष ने एक जुमला बता दिया था।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही मोदी ने किसानों को भरोसा दिलाया था कि उन्हें अपनी उपज की कीमत पर 5० प्रतिशत मुनाफा मिलेगा लेकिन उनकी परेशानी और बढ़ गयी और उनमें से कुछ को आत्महत्या करने के लिए बाध्य होना पड़ा,इसलिए अब निर्णय जनता को करना है कि कौन असली दगाबाज है।
प्रधानमंत्री मोदी पर भूतपूर्व सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेंशन को लेकर निशाना साधते हुए सुरजेवाला ने कहा कि भूतपूर्व सैनिक जहां एक ओर पिछले 9० दिन से आंदोलन कर रहे हैं, सरकार ने बिहार चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले योजना को अधिसूचित नहीं किया जिसे उसने कमजोर कर दिया है।
सुरजेवाला ने कहा कि जनता को अब तक यह समझ चुकी है कि सुशासन और व्यापार करने में आसानी के नारे हवाबाजी थे क्योंकि प्रत्येक दिन गुजरने के साथ अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब हो रही है। कांग्रेस प्रवक्ता ने मोदी को सलाह दी कि वह अपने विरोधियों पर निशाना साधते समय इतना अधिक नहीं गिर जाएं कि वह लोगों की नजरों में ही गिर जाएं।