जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने यस बैंक को लेकर जहां मोदी सरकार पर हमला बोला, वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आश्वासन दिया कि ग्राहकों का पैसा सुरक्षित है।
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर साधा निशाना, लिखा ‘नो यस बैंक’
राहुल गांधी ने यस बैंक को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि ‘नो यस बैंक। मोदी और उनके विचारों ने भारत की अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया है।
यस बैंक के हर जमाकर्ता का धन सुरक्षित: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मैं भरोसा दिलाना चाहती हूं कि यस बैंक के हर जमाकर्ता का धन सुरक्षित है, मैं रिजर्व बैंक के साथ लगातार संपर्क में हूं। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने मुझे भरोसा दिलाया है कि यस बैंक के किसी भी ग्राहक को कोई नुकसान नहीं होगा। यस बैंक के मुद्दे को रिजर्व बैंक और सरकार विस्तृत तौर पर देख रहे हैं, हमने वह रास्ता अपनाया है जो सबके हित में होगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि रिजर्व बैंक एक नियामक के तौर पर यस बैंक के मुद्दे का तेजी से समाधान करने की दिशा में काम कर रहा है, यह कदम जमाकर्ताओं, बैंक और अर्थव्यवस्था के हित में उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि यस बैंक के ग्राहकों के लिए 50,000 रुपये की सीमा में पैसा निकालना सुनिश्चित करना सबसे पहली प्राथमिकता है।
पहले पीएमसी बैंक, अब यस बैंक: चिदंबरम
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने दावा किया कि भाजपा छह साल से सत्ता में है। वित्तीय संस्थानों को नियंत्रित और विनियमित करने की उनकी क्षमता उजागर होती जा रही है। उन्होंने सवाल किया कि पहले पीएमसी बैंक, अब यस बैंक। क्या सरकार बिल्कुल भी चिंतित नहीं है? क्या वो अपनी जिम्मेदारी से बच सकते हैं? क्या अब कतार में कोई तीसरा बैंक है?
यस बैंक के ग्राहकों के हितों की रक्षा की जाएगी : मुख्य आर्थिक सलाहकार
मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने यस बैंक के ग्राहकों के हितों की सुरक्षा का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि बैंक के जमाकर्ताओं का धन सुरक्षित है और बैंक के पुनर्गठन के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक के बाद सुब्रमण्यम ने संवाददाताओं से कहा कि रिजर्व बैंक ने सही कदम उठाया है। सभी जमाकर्ताओं का धन सुरक्षित है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि बैंक के ग्राहकों के हितों की रक्षा की जाएगी। येस बैंक के पुनर्गठन के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।